मनमोहन की मंत्रिपरिषद में 29 नए चेहरों को मिलेगा स्थान (राउंडअप)
तीन दिनों तक सहयोगी दलों के बीच मंत्री पद को लेकर चली खींचतान के बाद आखिरकार प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेतृत्व ने आज मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप दे दिया। गुरुवार को 59 मंत्रियों के शपथ लेने के साथ ही केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्यों की संख्या 79 हो जाएगी। इसमें प्रधानमंत्री के अलावा 33 कैबिनेट और 45 राज्यमंत्री होंगे। पूर्ववर्ती मनमोहन सरकार में भी 79 मंत्री ही थे और इनमें कांग्रेस के सहयोगी दलों के 23 मंत्री थे।
कांग्रेस के नेतृत्व वाली मौजूदा संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में 19 मंत्री पद घटक दलों के लिए छोड़े गए हैं। प्रमुख घटक दलों, तृणमूल कांग्रेस और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के सात-सात सदस्यों, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के तीन सदस्यों तथा मुस्लिम लीग और नेशनल कांफ्रेंस के एक-एक सदस्य को इस सूची में शामिल किया गया है।
प्रधानमंत्री और 19 कैबिनेट मंत्रियों ने गत 23 मई को पद और गोपनीयता की शपथ ली थी। गुरुवार को 14 कैबिनेट मंत्री शपथ लेंगे। इसके अलावा 45 राज्यमंत्री भी शपथ लेंगे जिनमें सात को स्वतंत्र प्रभार दिया जाएगा।
प्रस्तावित कैबिनेट मंत्रियों की सूची में तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों- हिमाचल प्रदेश से वीरभद्र सिंह, महाराष्ट्र से विलासराव देशमुख और जम्मू एवं कश्मीर से फारूक अब्दुल्ला के नाम शामिल हैं।
इसके अलावा डीएमके के दयानिधि मारन, एम. के. अझागिरी और ए. राजा, कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, कुमारी शैलजा, सुबोध कांत सहाय, एम. एस. गिल, जी. के. वासन, पवन कुमार बंसल, मुकुल वासनिक और कांतिलाल भूरिया भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में राकांपा के प्रफुल्ल पटेल, कांग्रेस के पृथ्वीराज चव्हाण, श्रीप्रकाश जायसवाल, सलमान खुर्शीद, जयराम रमेश, कृष्णा तीरथ और दिनशॉ पटेल शपथ लेंगे।
राज्यमंत्री के रूप में ई. अहमद, वी. नारायणसामी, श्रीकांत जेना, एम. रामचंद्रन, डी. पुरंदेश्वरी, पानाबाका लक्ष्मी, अजय माकन, के. एच. मुनियप्पा, नमो नारायण मीणा, ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, ए. साई प्रताप, गुरुदास कामत, एम. एम. पल्लमराजू, महादेव खंडेला, हरीश रावत, के. वी. थामस, सौगात राय, दिनेश त्रिवेदी, शिशिर अधिकारी, सुल्तान अहमद, मुकुल राय, मोहन जटुआ, एस. एस. पलाणिमनिकम, डी. नेपोलियन, एस. जगतरक्षकन, एस. गांधी सेलवन, प्रणीत कौर, सचिन पायलट, शशि थरूर, भरतसिंह सोलंकी, तुषारभाई चौधरी, अरूण यादव, प्रतीक प्रकाशबापू पाटिल, आर. पी. एन. सिंह, विंसेंट पाल, प्रदीप जैन और अगाथा संगमा।
कैबिनेट मंत्रियों के सूची से हंसराज भारद्वाज, शिवराज पाटिल, अर्जुन सिंह, शीशराम ओला, अश्विनी कुमार, विलास मुत्तेमवार और पी. आर. किंडिया के नाम गायब हैं। ये सभी पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री थे।
मंत्रियों के नामों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए दिन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चर्चा की।
मनमोहन की मंत्रिपरिषद में महिला मंत्रियों की संख्या दहाई का आंकड़ा नहीं पार सकेगी। मनमोहन के ही नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार में 10 महिलाएं मंत्री थीं जबकि मौजूदा सरकार में महज नौ महिलाएं ही मंत्री पद संभालेंगी।
विगत 23 मई को संपन्न हुए शपथ ग्रहण समारोह में तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी, कांग्रेस की अंबिका सोनी और मीरा कुमार ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी। आगामी गुरुवार को प्रस्तावित शपथ ग्रहण समारोह में छह और महिलाएं मंत्री पद की शपथ लेंगी।
जिन छह महिला सांसदों को मंत्री बनाया जाना प्रस्तावित है उनमें तीन क्रमश: कांग्रेस की कृष्णा तीरथ और परनीत कौर और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की अगाथा संगमा को पहली बार यह मौका मिलेगा।
तीरथ को राज्यमंत्री (स्वंतत्र प्रभार) और कौर व संगमा को राज्यमंत्री बनाया जाना प्रस्तावित है।
इनके अलावा कुमारी शैलजा, डी. पुरंदेश्वरी और पानाबाका लक्ष्मी को भी मंत्री बनाया जाएगा। तीनों ही पूर्ववर्ती सरकार में भी मंत्री थीं।
प्रस्तावित मंत्रिपरिषद में विलासराव देशमुख, फारूक अब्दुल्ला और शशि थरूर सहित 29 नए चेहरों के नाम हैं।
पहली बार जिन सांसदों व नेताओं को मंत्री बनने का मौका मिलेगा उनमें अगाथा संगमा, कृष्णा तीरथ, परनीत कौर, मल्लिकार्जुन खड़गे, एम. के. अझागिरी, ए. साईप्रताप, गुरुदास कामथ, महादेव खंडेला, हरीश रावत, के. वी. थामस, सौगात रॉय, शिशिर अधिकारी, सुल्तान अहमद, मुकुल रॉय, मोहन जाटुआ, डी. नेपोलियन, एस. जगतरक्षकन, एस. गांधीसेल्वन, सचिन पायलट, भरतसिंह सोलंकी, तुषारभाई चौधरी, अरुण यादव, प्रतीक प्रकाशबापू पाटिल, आर. पी. एन. सिंह, विंसेंट पाल और प्रदीप जैन शामिल हैं।
मनमोहन की मंत्रिपरिषद में एस. एम. कृष्णा सबसे अधिक उम्र के सदस्य हैं। उनकी उम्र 77 है। उनकी मंत्रिपरिषद में सबसे युवा सदस्य अगाथा संगमा होंगी। वह महज 28 वर्ष की हैं।
मनमोहन सिंह की कैबिनेट में तमिलनाडु और महाराष्ट्र के पांच-पांच प्रतिनिधियों को स्थान मिलना तय हो गया है जबकि उत्तर प्रदेश के किसी भी प्रतिनिधि को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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