रक्षा सौदों में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं : एंटनी
सम्मेलन 'डेफकॉम इंडिया-2009' के उद्घाटन के अवसर पर एंटनी ने भारतीय उद्योग परिसंघ(सीआईआई) जैसे औद्योगिक संगठनों से इस संबंध में सरकार की मदद करने को कहा।
रक्षा सौदों में भ्रष्टाचार के संबंध में पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में एंटनी ने कहा," हम रक्षा सौदों को रद्द करने से नहीं हिचकिचाएंगे।"
एंटनी ने सोमवार को रक्षा मंत्री का पद फिर से संभाला। इससे पहले एंटनी के रक्षामंत्री के तीन वर्ष के कार्यकाल में सरकार ने सभी प्रतियोगियों में बोफोर्स के सबसे आगे रहने के कारण 155 मिलीमीटर तोप खरीद का सौदा रद्द कर दिया था। बोफोर्स 1980 के दशक में भ्रष्टाचार के मामले में विवादों में थी।
इस प्रकार चयन प्रक्रिया में गड़बड़ी पाए जाने के कारण हल्के हेलीकाप्टर की खरीद का सौदा भी रद्द कर दिया गया था।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए एंटनी ने कहा कि सरकार ने रक्षा क्षेत्र में विदेशी आयात पर निर्भरता को सीमित करने का फैसला किया है।
वह इस बात से सहमत थे कि अधिक से अधिक उत्पादों को केवल खरीदो के बजाए 'खरीदो और बनाओ' श्रेणी में लाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी करीब 70 प्रतिशत हथियार और रक्षा उपकरण आयात किए जाते हैं और केवल 30 प्रतिशत का निर्माण देश में होता है।
सम्मेलन का आयोजन सिग्नल कोर और थलसेना ने सीआईआई के सहयोग से किया है। थलसेना अध्यक्ष जनरल दीपक कपूर भी उद्घाटन समारोह में उपस्थित थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।