पंजाब में हालात पटरी पर लौटे, रेल सेवाएं बहाल (लीड-1)
मंगलवार रात से कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है लेकिन सुरक्षाबल ऐहतियात के तौर पर हिंसा से सर्वाधिक प्रभावित इलाकों पर पैनी निगाह रखे हुए हैं। जालंधर, होशियापुर, लुधियाना, फगवाड़ा और मलोट में स्थिति सामान्य है। इन जगहों पर मंगलवार को कर्फ्यू में दो से चार घंटे की ढील दी गई थी।
पंजाब में हिंसा के बाद ट्रेन सेवाएं ठप पड़ जाने से जम्मू में वैष्णोदेवी के दर्शन करके लौट रहे लगभग 15,000 तीर्थयात्री फंस गए थे। सड़कों पर ट्रकों का परिचालन भी फिर से आरंभ हो गया है। सेना, अर्धसैनिक बल और पंजाब पुलिस के कर्मी हिंसा से सर्वाधिक प्रभावित इलाकों में गश्त जारी रखे हुए हैं।
एक रेलवे अधिकारी ने बताया, "जम्मू और अमृतसर से ट्रेन सेवाएं हमने मंगलवार शाम से फिर शुरू कर दीं। दिल्ली-अंबाला की ओर से भी ट्रेन सेवाएं जल्द आरंभ हो जाएंगी।"
जम्मू में रेलवे के मंडल यातायात प्रबंधक अशोक शर्मा ने कहा, "जम्मू से देश के सभी हिस्सों के लिए रेल सेवाएं बुधवार से पूरी तरह बहाल हो गईं हैं।"
उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन पर फंसे 25,000 से अधिक लोगों में से अधिकांश मंगलवार शाम को एक विशेष रेलगाड़ी में सवार हुए।
शर्मा ने कहा कि जम्मू रेलवे स्टेशन पर अब कोई यात्री नहीं फंसा है और दो दिनों में टिकट रद्द कराने वालों को लगभग 25 लाख रुपये की रकम लौटाई गई है।
गौरतलब है कि विएना में सिख पंथ डेरा सच खंड के नेता संत रामानंद की हत्या के बाद सोमवार को पंजाब के कई जिलों में हिंसा फैल गई थी। हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हो गए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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