कुमार गंधर्व के बेटे मुकुल ने फिर छेड़ी तान
मुकुल को कुछ दिन पहले मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शराब के नशे में भीख मांगते देखा गया था। उसके बाद वह बेहोशी की हालत में होशंगाबाद के रेलवे स्टेशन के पास मिले थे। प्रदेश के संस्कृति विभाग ने मुकुल के इलाज की पहल की। उन्हें भोपाल के गांधी भवन स्थित नशा मुक्ति केन्द्र में रखा गया। प्रदेश के संस्कृति मंत्री लक्ष्मीकान्त शर्मा ने उनसे मुलाकात की तो मुकुल ने संगीत सेवा की इच्छा जताई। उनकी इस इच्छा का सम्मान करते हुए संस्कृति विभाग ने खयाल गायकी केन्द्र शुरू करने का निर्णय लिया।
संस्कृति विभाग ने सोमवार की रात को मुल्ला रमूजी भवन में खयाल गायकी केन्द्र का शुभारंभ किया। इस मौके पर मुकुल ने अरसे बाद अपनी गायिकी से लोगों को मुग्ध कर दिया। उन्हें इस केंद्र का का मुख्य गुरु बनाया गया है।
इस मौके पर संस्कृति मंत्री शर्मा ने कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि इन केन्द्रों के माध्यम से युवा पीढ़ी शास्त्रीय संगीत की परंपरा से जुड़कर अपनी प्रतिभा को तराशे। संस्कृति सचिव मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि संगीत से मनुष्य को तनाव से मुक्ति मिलती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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