कनाडा के दलितों ने विएना की घटना को 'आतंकवादी कृत्य' करार दिया
वेंकूवर, 26 मई (आईएएनएस)। आस्ट्रिया की राजधानी विएना में अपने आध्यात्मिक गुरु संत रामा नंद की हत्या से नाराज कनाडा के रविदास समुदाय ने इसे आतंकवादी कृत्य और पूजा करने के अधिकार का उल्लंघन करार दिया।
पश्चिमी देशों में से कनाडा में ही सबसे ज्यादा दलित हैं और उनकी संख्या करीब 15000 है।
जालंधर के समीप डेरा सच खंड बालन के प्रमुख संत रामा नंद (57) विएना के एक गुरुद्वारे के भीतर हुए हमले में घायल हो गए थे और उसके बाद उन्होंने सोमवार को अस्पताल में दम तोड़ दिया था। पंथ के वरिष्ठ नेता संत निरंजन दास (68) और कई अन्य भी इस हमले में घायल हो गए थे। दोनों उपदेशक रविदासिया पंथ के वार्षिक समारोह में हिस्सा लेने विएना गए थे।
स्थानीय श्री गुरु रविदास सभा के अध्यक्ष माइकल घीरा ने कहा, "उपदेशकों पर गोलीबारी आतंकवादी कृत्य तथा लोकतंत्र एवं लोगों की पूजा करने की स्वतंत्रता का उल्लंघन है।"
कनाडा में दलितों के उत्थान के लिए काम करने वाली चेतना एसोसिएशन ऑफ कनाडा के अध्यक्ष सुरिंदर रंगा के अनुसार,"हिंसा से कभी कोई स्वस्थ समाधान नहीं निकल सकता।"
इस हमले के पीछे उच्च जाति से संबद्ध सिखों को आरोपी ठहराया जा रहा है। कनाडा के दलितों का कहना है, "पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब के सामने हमला करने वालों में सिख मर्यादा या आचार संहिता के लिए कोई सम्मान नहीं है। उन्हें सिख कहा ही नहीं जा सकता।"
उन्होंने पंजाब के लोगों ने हिंसा नहीं करने की अपील की कि क्योंकि उनके गुरु ने उन्हें सहनशीलता और दूसरों का सम्मान करने की सीख दी है।
उच्च जाति के सिख कथित तौर पर रविदासिया मंदिर के खिलाफ थे। रविदासिया मंदिर को पश्चिमी देशों में श्री गुरु रविदास सभा के नाम से जाना जाता है।
कनाडा का रविदास समुदाय इस बारे में भारत और ऑस्ट्रिया की सरकारों को ज्ञापन देगा। इस समुदाय के टोरंटो, वेंकूवर, मोंट्रियल और केल्गेरी में पूजा स्थल हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।