मनमोहन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा
कांग्रेस और पार्टी के चुनाव पूर्व सहयोगियों को मिलाकर हमारे पास 270 की संख्या है. चार निर्दलीय सदस्यों का समर्थन भी हमें हैं और कुल मिलाकर संख्या 274 पहुँच जाती है... मनमोहन सिंह
राष्ट्रपति से मिलने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें कुल 322 सांसदों का समर्थन प्राप्त है जो बहुमत के लिए ज़रूरी 272 के जादुई आँकड़े से ज़्यादा है.
उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद राष्ट्रपति से मिली चिट्ठी को पढ़ते हुए कहा, "मैं अनुरोध करती हूं कि आप 22 मई को सुविधानुसार किसी समय मुझे सुझाए गए मंत्रिपरिषद के सदस्यों के साथ शपथ लें." इससे पहले सोनिया गांधी ने बताया कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) अध्यक्ष के नाते उन्होंने राष्ट्रपति को चिट्ठी दी कि मनमोहन सिंह अगले प्रधानमंत्री होंगे.
पर्याप्त संख्या
बहुमत के लिए ज़रूरी संख्या के बारे में पूछे जाने पर मनमोहन सिंह ने कहा, "कांग्रेस और पार्टी के चुनाव पूर्व सहयोगियों को मिलाकर हमारे पास 270 की संख्या है. चार निर्दलीय सदस्यों का समर्थन भी हमें हैं और कुल मिलाकर संख्या 274 पहुँच जाती है."
प्रधानमंत्री का कहना था, "इन 274 सदस्यों के अलावा समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कुछ अन्य ने समर्थन देने की घोषणा की है और इन दलों के सदस्यों की संख्या 48 है. इस तरह हमें 322 सांसदों का समर्थन प्राप्त है."
इससे
पहले
बुधवार
सुबह
11
बजे
सोनिया
गांधी
के
आवास
पर
यूपीए
की
बैठक
हुई
जिसमें
सरकार
बनाने
पर
विस्तृत
चर्चा
हुई.
इस
बैठक
में
राष्ट्रीय
जनता
दल
(राजद)
के
नेता
लालू
प्रसाद
यादव
और
लोक
जनशक्ति
पार्टी
(लोजपा)
के
नेता
राम
विलास
पासवान
शामिल
नहीं
थे
क्योंकि
इनके
साथ
कांग्रेस
पार्टी
का
चुनाव
पूर्व
गठबंधन
नहीं
हो
सका
था.
इसी
बैठक
में
सोनिया
गांधी
को
यूपीए
का
अध्यक्ष
चुना
गया.