परमाणु क्षमता युक्त अग्नि-2 का परीक्षण
इसकी लंबाई 20 मीटर है। 16 टन भार वाली यह मिसाइल करीब 1000 किलोग्राम भार वहन कर सकती है और वजन घटाकर इसकी दूरी 3000 किलोमीटर तक बढ़ाई जा सकती है। सूत्रों के अनुसार इसे रेल और सड़क मोबाइल लांचर्स से दागा जा सकता है। इस मिसाइल को दागने के लिए तैयार करने में महज 15 मिनट का समय लगता है।
डीआरडीओ द्वारा किए गए तीन सफल परीक्षणों के बाद अब यह मिसाइल उत्पादन के लिए तैयार है। एक वरिष्ठ रक्षा वैज्ञानिक ने कहा- इस तरह की मिसाइलों के लिए हम पूरी तरह प्रणालियां विकसित कर चुके हैं। सेना में इस तरह के अस्त्रों के संचालन के लिए एक विशेष मिसाइल समूह स्थापित किया जा चुका है। सरकारी स्वामित्व वाली भारत डायनामिक्स लिमिटेड अग्नि-1 और अग्नि 2 मिसाइलों के उत्पादन के लिए नोडल एजंसी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें