आसमान छूते मकानों के किराए
एक्सियॉम एस्टेट्स के प्रमुख राजेश गोयनका ने बताया, "मंदी के कारण किरायों में वृद्धि हुई है। दिल्ली और उसके आसपास किराये में लगभग 30 फीसदी का इजाफा हुआ है। कई इलाकों में तो किराया 50 फीसदी तक बढ़ गया है।" गोयनका ने कहा, "लोगों को रहने के लिए मकान चाहिए और हर कोई उन्हें खरीद नहीं सकता। अभी मकान की कीमत बहुसंख्य लोगों की पहुंच से बाहर है ऐसे में किराए के मकान में रहना ही विकल्प है।" पश्चिमी दिल्ली स्थित ब्रोकरेज फर्म खन्ना प्रॉपर्टीज के प्रमुख प्रदीप खन्ना ने कहा,
"दिल्ली और एनसीआर में दो बेडरूम वाले मकान का किराया एक साल पहले लगभग 7,000 रुपये प्रति माह था लेकिन आज इतने किराये में ऐसा मकान मिलना मुश्किल है।"
महंगे किराये के कारण उत्तरी दिल्ली से पश्चिमी दिल्ली चली गई आभूषणों की डिजायनर प्रियंका प्रसाद ने बताया, "उत्तरी दिल्ली के कमला नगर इलाके में मैं दो रूम का किराया 7,500 रुपये दे रही थी लेकिन इस वर्ष मेरे मकान मालिक ने 12,500 रुपये मांगे। चूंकि यह मेरे बजट से बाहर था इसलिए मैं द्वारका चली आई यहां मुझे उतना ही बड़ा घर 8,500 रुपये में मिल गया।"
उल्लेखनीय है कि वैश्विक रियल एस्टेट सलाहकार संस्था कुशमैन एंड वेकफील्ड ने जानकारी दी थी कि व्यावसायिक और कार्यालयीन उपयोग के लिए भवनों के किराए में गत वर्ष 30 फीसदी तक की कमी आई थी जो आवासीय क्षेत्र के किराए के एकदम उलट है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस