लिट्टे पर जीत पूरे देश की फतह है : राजपक्षे (लीड-2)
राजपक्षे ने मंगलवार को संसद को संबोधित करते हुए कहा, "हमारा लक्ष्य तमिलों को लिट्टे के शिकंजे से मुक्त कराना था। मासूम तमिल नागरिकों की हिफाजत के लिए हमारे सैनिकों ने प्राणों की आहूति दी।"
उन्होंने कहा, "लिट्टे को परास्त करके हासिल की गई जीत हमारे मुल्क, हमारी मातृभूमि की जीत है। इस देश की तमिल आबादी की हिफाजत मेरी जिम्मेदारी और कर्तव्य है।"
तमिल में दिए इस भाषण में राजपक्षे ने लिट्टे प्रमुख वेल्लुपिल्लइ प्रभाकरन की मौत का कोई उल्लेख नहीं किया। सरकार ने सोमवार को प्रभाकरन के मारे जाने का दावा किया था लेकिन लिट्टे समर्थक वेबसाइट तमिलनेट ने मंगलवार को दावा किया कि प्रभाकरन जीवित है।
राजपक्षे ने कहा, "सभी को समान अधिकार मिलने चाहिए। सभी को निर्भय होकर जीना चाहिए। मेरी भी यही इच्छा है। आइए हम सब एकजुट होकर इस स्वतंत्र राष्ट्र का निर्माण करे। आज हम अपने देश को लिट्टे की बेड़ियों से आजाद करने में कामयाब रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "हम हमेशा से स्वतंत्र राष्ट्र रहे हैं और हम सदैव घुसपैठ के खिलाफ संघर्षरत रहे हैं।"
लिट्टे का जिक्र करते हुए राजपक्षे ने कहा, "उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जैसे शीर्ष राजनेताओं और हमारे महान रक्षा मंत्री की हत्या की..लिट्टे बड़े आतंकवादी संगठनों में से एक था और उसे दुनिया के सबसे ताकतवर संगठनों में से एक माना जाता था।"
उन्होंने कहा, "उनका अपना प्रशासन, अपना पुलिस स्टेशन और अपनी अदालतें थीं। वे बहुत ज्यादा धन का इस्तेमाल करते थे जिसका आकलन किया जाना अभी बाकी है। हमारी सेनाएं इन ताकतों को नेस्तनाबूद करने में कामयाब रहीं।"
राजपक्षे ने कहा कि उनके देश ने पूरी दुनिया के सामने एक मिसाल पेश की है। उन्होंने कहा, "अपने देशवासियों से हम कैसा व्यवहार करें इसके लिए हमें दूसरे देशों से सलाह लेने की कोई जरूरत नहीं है।"
लिट्टे ने 25 वर्षो से ज्यादा अर्से तक श्रीलंका में संघर्ष जारी रखा। इस गृहयुद्ध में 90,000 से ज्यादा लोग मारे गए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*