यूपीए की जीत से उद्योग जगत खुश
नई दिल्ली। कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के सरकार में वापस लौटने के जनादेश की सराहना करते हुए भारतीय उद्योग जगत ने सरकार की स्थिरता और आर्थिक सुधारों के तेज होने की आशा जताई है।
औद्योगिक उत्पादन में कमी, मांग में कमी,निर्यात में गिरावट और कुल मिलाकर भारतीय अर्थव्यवस्था में मंदी से प्रभावित उद्योग जगत के अग्रणी संगठनों ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन की विजय से इन समस्याओं से निपटने के अनुकूल माहौल तैयार होगा।
फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कामर्स (फिक्की) के अध्यक्ष अमित मित्रा ने कहा,"इस परिणाम से व्यापार जगत में बेहतर भावना पैदा होगी, जहां राजनीतिक अस्थिरता सबसे बड़ी चिंता थी।" मित्रा ने कहा कि आप सोमवार को शेयर बाजार पर इसका सकारात्मक प्रभाव देखेंगे।
उन्होंने कहा कि संप्रग के सत्ता में वापस लौटने से आर्थिक सुधार अधिक तेज और आसान होंगे। एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (एसोचैम) ने चुनाव परिणामों को विकास के लिए मतदान की संज्ञा देते हुए आशा जताई कि संप्रग समग्र विकास और बेहतर कारपोरेट प्रशासन के लिए विकासात्मक सामाजिक और आर्थिक एजेंडे को आगे बढ़ाएगी।
भारतीय उद्योग महासंघ (सीआईए) ने कहा कि जनादेश इस बात का स्पष्ट संकेत है कि भारत स्थिरता चाहता है और विदेशी निवेशकों के लिए यह बहुत तगड़ा संकेत होगा। पीएचडी चैंबर के अध्यक्ष सतीश बागरोदिया ने उम्मीद जताई कि नई सरकार मांग बढ़ाने के लिए नए सुधार लागू करेगी,निवेश माहौल को अनुकूल बनाएगी और अर्थव्यवस्था को विकास के नए रास्ते पर डालेगी।
उन्होंने आशा जताई कि पेंशन और बैंकिंग क्षेत्र में सुधारों,खुदरा क्षेत्रों में विदेशी निवेश, रक्षा क्षेत्र में निजी भागीदारी और कारपोरेट तथा निजी करों को और तर्कसंगत बनाने की दिशा में प्रगति होगी। फिक्की अध्यक्ष हर्षपति सिंघानिया ने कहा कि उनके पास पहले ही नई सरकार के लिए 100 दिनों का एजेंडा है और उसे प्रधानमंत्री के पद संभालते ही शीघ्र ही उन्हें सौंपा जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।