सू की को तत्काल रिहा किया जाए: अमेरिका
समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक सू की पर आरोप है कि उन्होंने अपने घर में एक अमेरिकी नागरिक को प्रवेश करने दिया।
हिलेरी ने कहा, "मैं म्यांमार सरकार द्वारा सू की पर आधारहीन आरोप लगाकर उन्हें जेल में बंद करने से बहुत आहत हूं।"
गौरतलब है कि सू की पिछले छह वर्षो से नजरबंद थीं और वह आगामी 27 मई को रिहा होने वाली थीं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*
Comments
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें