'भारत के विरुद्ध खर्च होता अमेरिकी धन'
डेमोक्रेट सांसद रॉबर्ट मेनेनडेज ने कहा, “सरकार हमसे यह उम्मीद नहीं कर सकती कि हम यह बिना जाने पाकिस्तान को भारी असैन्य सहायता देने का समर्थन कर दें कि आखिर वह इस रकम का इस्तेमाल किस रूप में करेगा। यह जानना हमारा अधिकार है कि अमेरिकी मदद का इस्तेमाल किन उद्देश्यों के लिए हो रहा है"। उन्होंने अमेरिका की पाक नीति को लेकर सीनेट की विदेश मामलों की समिति के समक्ष अपनी राय प्रकट करते हुए यह कहा।
भारत के खिलाफ सैन्य तैयारी में होता है खर्च
उन्होंने कहा कि अतीत में पाकिस्तान को 12 अरब डॉलर की सहायता मिल चुकी है, पर इसका अधिकांश हिस्सा भारत के खिलाफ सैन्य तैयारी पर खर्च किया गया। पाकिस्तान ने आतंकवाद से निपटने की बजाए अपनी पूर्वी सीमा पर भारत के खिलाफ सैन्य जमावड़े और सैन्य तैयारी पर यह रकम खर्च की।
रिपब्लिकन सांसद बॉब कॉर्कर ने भी पाकिस्तान को मदद में कटौती की वकालत की। उन्होंने कहा, “पाक को अमेरिकी की ओर से इतनी मदद के बावजूद वहां स्थिति गंभीर बनी हुई है। वहां निराशाजनक स्थिति है"। वैसे, समिति के डेमोक्रेट चेयरमैन जॉन केरी, जो पाक को अमेरिका की ओर से मिलने वाली सहायता में भारी इजाफे के पैरोकार रहे हैं, ने मौजूदा हालात में पाकिस्तान को ज्यादा मदद दिए जाने को सही ठहराया।