भारत में स्वाइन फ्लू फिलहाल नहीं, चार लोग निगरानी में (लीड-2)
प्रभावित देशों से आने वाले चार यात्रियों को सरकारी अस्पतालों में निगरानी में रखा गया है। तीन रोगियों को दिल्ली में और एक को हैदराबाद में रखा गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा है, "अभी तक 46 व्यक्तियों से लिए गए नमूनों की जांच की गई और सभी के परिणाम नकारात्मक आए हैं। तीन व्यक्तियों के नमूनों की जांच की जा रही है, जबकि एक का जांच परिणाम जल्द ही प्राप्त हो जाएगा। अभी तक देश में कोई भी मामला प्रकाश में नहीं आया है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।"
उधर, समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक यूरोपीय रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (ईसीडीसी) ने बुधवार को बताया कि स्वाइन फ्लू के वायरस (एच1एन1) की चपेट में आने वालों की संख्या 5,935 हो गई है। अमेरिका में सबसे ज्यादा 3,009, मेक्सिको में 2,282 और कनाडा में 358 मामलों की पुष्टि हुई है।
एशियाई देशों में जापान में चार, दक्षिण कोरिया में तीन और चीन में दो मामलों की पुष्टि की गई है। न्यूजीलैंड में भी सात लोग इस बीमारी की चपेट में हैं।
यूरोप के कुल 15 देशों में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या 217 हो गई है। स्पेन में 100, ब्रिटेन में 68, फ्रांस में 13, जर्मनी में 12 और इटली में नौ मामलों की पुष्टि हुई है।
मेक्सिको के राष्ट्रपति फिलिप काल्डेरोन ने क्यूबा के नेता फिदेल कास्त्रो का जिक्र न करते हुए इस बात से इंकार किया है कि उनके देश ने स्वाइन फ्लू के बारे में कुछ छिपाया है। दरअसल, कास्त्रो ने आरोप लगाया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की यात्रा की वजह से मेक्सिको ने दूसरे देशों को स्वाइन फ्लू के बारे में जानकारी नहीं दी।
काल्डेरोन इस साल के मध्य में क्यूबा के दौरे पर जाने वाले थे लेकिन उन्होंने कहा है कि यह दौरा अब रद्द हो सकता है। उल्लेखनीय है कि स्वाइन फ्लू की वजह से मेक्सिको में अब तक 58 लोगों की मौत हो चुकी है।
उधर, वैज्ञानिकों ने फ्लू वायरस से निपटने के लिए कारगर टीका विकसित करने का बेहतर तरीका ढूंढ निकाला है। फ्लू विषाणुओं से लड़ने वाले रोगप्रतिकारकों (एंटीबॉडी) की भूमिका को ध्यान में रखते हुए यह तरीका विकसित किया गया है।
ऐसे विषाणुओं से लड़ने वाले एंटीबॉडी वास्तव में रक्षक प्रोटीन होते हैं। एंडीबॉडी और विषाणुओं के बीच की बहुस्तरीय संपर्क प्रक्रिया में बदलाव लाकर मौजूदा टीकों से भी ज्यादा कारगर टीका विकसित किया जा सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।