जलवायु परिवर्तन से प्रवाल भित्तियों को भारी नुकसान का खतरा: अध्ययन
वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) द्वारा कराए गए एक अध्ययन में कहा गया है कि कोरल ट्राइएंगल के विनाश से लोगों की आजीविका को सहारा देने की समुद्रतटीय पर्यावरण की क्षमता 80 फीसदी घट जाएगी और इससे करीब 10 करोड़ की आजीविका या तो खत्म हो जाएगी या बुरी तरह प्रभावित होगी। कोरल ट्राइएंगल को दुनिया का सबसे समृद्ध समुद्री संपदा क्षेत्र माना जाता है, जिसके दायरे में फिलीपींस, मलेशिया, पापुआ न्यू गिनी, सोलोमन द्वीप समूह और पूर्वी तिमोर आते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रवाल भित्तियों के ऐसे क्षरण से तभी बचा जा सकता है जब जलवायु परिवर्तन की समस्या से निटपने के लिए निर्णायक कदम उठाए जाएं।
इस इलाके में हद से ज्यादा मत्स्य आखेट और प्रदूषण जैसी समस्याओं से निपटना होगा। इस रिपोर्ट को इंडोनेशियाई शहर मनाडो में आयोजित वर्ल्ड ओसन कांफ्रें स में पेश किया गया है। यह अध्ययन ओव होएघ-गुल्डबर्ग के नेतृत्व में पूरा किया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।