शोधकर्ताओं ने फ्लू वायरस का टीका विकसित करने का बेहतर तरीका ढूंढ़ा
फ्लू के विषाणुओं और एंटीबॉडी के बीच के रिश्ते का गहन अध्ययन कर वैज्ञानिक इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं।
ऐसे विषाणुओं से लड़ने वाले एंटीबॉडी दरअसल रक्षक प्रोटीन होते हैं। एंडीबॉडी और विषाणुओं के बीच की बहुस्तरीय संपर्क प्रक्रिया में बदलाव लाकर मौजूदा टीकों से भी ज्यादा कारगर टीका विकसित किया जा सकता है।
लेविस-सिगलर इंस्टीट्यूट फॉर इंटीग्रेटिव जेनोमिक्स के सदस्य और आणविक जीवविज्ञान के प्रोफेसर नेड विंग्रीन कहते हैं, "हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि एंटीबॉडी का दखल विषाणुजनित संक्रमण से लड़ने में इसकी भूमिका तय करता है। हम एंडीबॉडी के हस्तक्षेप के स्वरूप में बदलाव लाकर इस संक्रमण से ज्यादा कारगर तरीके से निपट सकते हैं। लोगों को ऐसे टीके की जरूरत है जो कम से कम दुष्प्रभाव पैदा किए बगैर रोग से कारगर तरीके से निपटने में मदद दे।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।