कथित नाजी युद्ध अपराधी जर्मनी भेजा गया
समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार अमेरिकी संघीय एजेंट सोमवार देर रात जॉन डेमजांजुक (89) के साथ चार्टड विमान से जर्मनी के लिए रवाना हुए।
पिछले सप्ताह अमेरिकी सर्वोच्च न्यायालय द्वारा उसकी प्रत्यर्पण रोकने संबंधी याचिका खारिज किए जाने के बाद उसे जर्मनी भेजा जाना तय हो गया था।
म्यूनिख में अभियोजकों ने गत मार्च में डेमजांजुक के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। जर्मनी का आरोप है कि यूक्रेन में जन्में डेमजांजुक ने मार्च से सितम्बर 1943 के दौरान कथित रूप से नाजियों के कब्जे वाले पोलैंड के सोबिबर यातना शिविर में गार्ड के रूप में काम किया। इस अवधि में वहां 29,000 लोगों को मौत के घाट उतारा गया।
डेमजांजुक के वकील जॉन ब्रॉडली ने न्यायालय में उनके बीमार होने की बात कहते हुए तर्क दिया कि इतनी दूर प्रत्यर्पित किया जाना उनके लिए खतरनाक हो सकता है।
निचली अदालत ने यह कहते हुए अपील को ठुकरा दिया कि अमेरिकी सरकार यात्रा के लिए जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करा रही है।
डेमजांजुक को ले जा रहे विमान में ऑक्सीजन और अन्य चिकित्सकीय उपकरण व सुविधाएं मुहैया कराई गईं।
इससे पहले सन 1993 में इजरायली सर्वोच्च न्यायालय ने डेमजांजुक को ट्रेब्लिंका के एक नाजी शिविर में काम करने के आरोप से बरी कर दिया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।