अस्थिर पाक को निशाना बनाने की कोशिश में अल कायदा
अरुण कुमार
वाशिंगटन, 11 मई (आईएएनएस)। पाकिस्तान में तालिबान के अंदरूनी इलाकों में बढ़ने के साथ ही अल कायदा के विदेशी आतंकवादी इस अव्यवस्था का लाभ उठाकर पाकिस्तानी इस्लामी कट्टरपंथियों की सहायता की ओर अपना ध्यान लगा रहे हैं।
समाचार पत्र 'न्यूयार्क टाइम्स' में अमेरिका और पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों के हवाले से सोमवार को कहा गया कि इससे पहले पश्चिमी देशों के खिलाफ अपना ध्यान केंद्रित करने वाले विदेशी आतंकवादी अब पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों को मजबूत करने में लगे हैं।
अखबार ने इसका उदाहरण देते हुए कहा कि 19 अप्रैल को पाकिस्तान के कबायली इलाके दक्षिणी वजीरिस्तान में अल कायदा के एक ठिकाने पर खड़े एक ट्रक को अमेरिकी मिसाइल ने निशाना बनाकर उड़ा दिया।
अखबार ने कहा कि एक अमेरिकी खुफिया अधिकारी ने बताया कि ट्रक को एक बम की तरह उपयोग किया जाना था परंतु उसके अंतिम लक्ष्य के बारे में पता नहीं लगाया जा सका। यह बम पिछले सितम्बर में मेरियट होटल पर हुए आत्मघाती ट्रक बम हमले से अधिक शक्तिशाली था, जिसमें 50 लोगों की मौत हुई थी।
अल कायदा में शामिल अरब, मिस्र, यमन और उज्बेकिस्तान जैसे देशों के आतंकवादियों के पाकिस्तान के तालिबान जैसे आतंकवादी संगठनों से संबंध वर्षो पुराने हैं। ऐतिहासिक रूप से विदेशी आतंकवादी स्थानीय आतंकवादियों के विपरीत पश्चिमी देशों को निशाना बनाते रहे हैं। परंतु वर्तमान पाकिस्तानी हिंसा में उन्हें एक नई आशा दिखाई दे रही है।
खुफिया अधिकारियों ने कहा कि राजधानी इस्लामाबाद के समीप बुनेर और स्वात में तालिबान की बढ़त से अल कायदा के भर्ती प्रयासों को भी नया बल मिला है।
सीआईए के पूर्व विश्लेषक और राष्ट्रपति बराक ओबामा प्रशासन की पाकिस्तान और अफगानिस्तान नीति की समीक्षा का नेतृत्व करने वाले ब्रूस ओ रिडेल ने कहा कि अल कायदा ने खून की गंध पहचान ली है और वह जेहादियों के पाकिस्तान पर कब्जा करने की आशा के नशे में चूर है।
अमेरिकी खुफिया अधिकारियों का मानना है कि पाकिस्तानी सेना की ताकत को देखते हुए पाकिस्तान पर इस्लामी आतंकवादियों के कब्जे की कोई आशंका नहीं है। परंतु अमेरिकी खुफिया अधिकारियों का मानना है कि तालिबान का हाल का क्षेत्र विस्तार कबायली इलाके को 'छोटे अफगानिस्तान' में बदल सकता है, जहां से अल कायदा को हमले की साजिश रचने की खुली छूट मिल सकती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*