तालिबान को हथियार डालने को मजबूर कर देंगे : गिलानी
पश्चिमोत्तर सीमांत प्रांत (एनडब्ल्यूएफपी) के तीन जिलों में जारी सैनिक कार्रवाई पर संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में एक नीतिगत बयान में गिलानी ने कहा, "इस बात का कोई मतलब नहीं है कि आतंकवादी कितने ताकतवर हो सकते हैं। वे पाकिस्तान की सेना से मुकाबला नहीं कर सकते। हम जल्दी ही उन्हें हथियार डालने पर मजबूर कर देंगे।"
समाचार एजेंसी एपीपी के अनुसार प्रधानमंत्री ने कहा, "ये आतंकवादी पाकिस्तान को अस्थिर करना और जीतना चाहते हैं। उनका अपना एजेंडा है। उनका कोई मजहब नहीं है और वे अपने विदेशी आकाओं के निर्देश पर काम कर रहे हैं।"
गिलानी ने कहा,"ये आतंकवादी उन लोगों की मुट्ठी में हैं जो पाकिस्तान के प्रति ईमानदार नहीं है। इंशाअल्लाह हम उनसे बहादुरी से लड़ेंगे और देश की सुरक्षा को मजबूत करेंगे।"
गिलानी ने एनडब्ल्यूएफपी के स्वात, बुनेर और निचले दीर सहित मलकंद डिविजन के सात जिलों में शरिया कानून लागू करने को पिछले महीने नेशनल असेंबली की दी गई मंजूरी का भी उल्लेख किया। इसके बदले में आतंकवादियों को अपने हथियार डालने थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
प्रधानमंत्री ने शांति सुनिश्चित करने के स्थान पर एनडब्ल्यूएफपी सरकार के अधिकार को चुनौती देने, कानूनी एजेंसियों के लोगों को बंधक बनाने और सरकारी संपत्ति को नष्ट करने के कार्यो की निंदा की।
गिलानी ने कहा कि इस कारण सरकार के सामने सैनिक कार्रवाई के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।