भारत की बजाए तालिबान पर ध्यान दे पाक : अमेरिका
वाशिंगटन, 6 मई (आईएएनएस)। अमेरिका ने कहा है कि वह पाकिस्तान पर भारत से ध्यान हटाकर तालिबान के खिलाफ लड़ाई में संसाधन लगाने के लिए दबाव डालना जारी रखेगा और यह भी सुनिश्चित करेगा कि अमेरिकी सहायता का इस्तेमाल भारत के खिलाफ हथियार खरीदने में न हो।
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष दूत रिचर्ड हॉलब्रुक ने कांग्रेस की एक समिति के सामने मंगलवार को कहा कि वह लंबे समय से महसूस कर रहे हैं कि पाकिस्तान अपनी पश्चिमी सीमा पर हो रहे संघर्ष में और अधिक संसाधन लगा सकता है।
हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स की विदेश मामलों की समिति के समक्ष उन्होंने कहा कि भारत से अपने संघर्ष के इतिहास से चिंतित पाकिस्तान ऐसा करने से हिचक रहा है लेकिन अमेरिका उस पर इसके लिए दबाव डालना जारी रखेगा।
कई प्रतिनिधियों ने पाकिस्तान को दी जा रही सहायता के प्रभाव पर भी सवाल उठाए। डेमोक्रेट गेराल्ड कोनोली ने आश्चर्य जताया कि जरदारी के पास आतंकवादियों से लड़ने के लिए पर्याप्त संसाधन कैसे नहीं हैं, जबकि पिछले सात वर्षो में अमेरिका ने पाकिस्तानी सेना को उन्नत बनाने के लिए 12 अरब डॉलर से अधिक की रकम दी है।
हॉलब्रुक ने बताया कि पाकिस्तान ने इस रकम का अधिकांश हिस्सा भारत को ध्यान में रखकर सेना पर खर्च किया। पाकिस्तान ने आतंकवादियों को ध्यान में रखकर हथियार नहीं खरीदे। उसने हेलीकाप्टरों के बजाए लड़ाकू विमान खरीदे और उदाहरण के लिए रात में देखने में सक्षम चश्मों की खरीद की उपेक्षा की।
हॉलब्रुक कोलोनी के इस दृष्टिकोण से सहमत थे कि यदि अमेरिका पाकिस्तान को और अधिक सहायता देता है तो उसे यह सुनिश्चित करने के प्रयास करने चाहिए कि इसका उपयोग भारत के खिलाफ सैनिक ताकत का बढ़ाने के लिए नहीं होगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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