सीटों की संख्या पर निर्भर करेगा वामपंथियों का समर्थन : प्रणब (लीड-1)
नई दिल्ली, 6 मई (आईएएनएस)। विदेश मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रणब मुखर्जी ने बुधवार को कहा है कि सरकार गठन में वामपंथियों का समर्थन चुनाव परिणाम आ जाने के बाद सीटों की संख्या पर निर्भर करेगा।
मुखर्जी एनडीटीवी के साथ विभिन्न मुद्दों पर बुधवार को एक विशेष बातचीत कर रहे थे।
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस पार्टी प्रणब मुखर्जी को प्रधानमंत्री बनाए जाने की शर्त पर वामपंथियों का समर्थन स्वीकार करेगी? इस पर मुखर्जी ने कहा, "कतई नहीं। चुनाव बाद सब कुछ सीटों की संख्या पर निर्भर करेगा। आखिर हमारे यहां बहु दलीय व्यवस्था है। कौन-सी पार्टी सबसे अधिक सीट जीतती है, इस बारे में अभी से कुछ कह पाना कठिन है।"
वामपंथियों द्वारा चुनाव बाद गठबंधन के लिए भारत-अमेरिका परमाणु समझौते पर पुनर्विचार की शर्त रखे जाने के बारे में मुखर्जी ने कहा, "फिलहाल यह कह पाना कठिन है कि वामपंथी समर्थन के लिए क्या शर्तें रखेंगे। शर्तो के बारे में भला हम कैसे अनुमान लगा सकते हैं। आखिर परमाणु समझौते पर क्या पुनर्विचार किया जाएगा। मैं न तो इसकी संभावना से इंकार करता हूं और न इसकी संभावना को स्वीकार ही करता हूं। मैं सिर्फ यह कह रहा हूं कि मैं नहीं जानता कि वे क्या चाहते हैं।"
मुखर्जी ने आगे कहा "वैसे भी इस बात को स्मरण में रखा जाना चाहिए कि हमने अमेरिका, फ्रांस, रूस और कजाखस्तान के साथ नागरिक परमाणु सहयोग समझौता किया है।"
लिट्टे पर कांग्रेस के दृष्टिकोण को साफ करते हुए मुखर्जी ने एक बार फिर दोहराया कि लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) एक आतंकी संगठन है और कांग्रेस हमेशा से लिट्टे प्रमुख वेलुपिल्लई प्रभाकरन के प्रत्यर्पण की मांग कर रही है।
इसके साथ ही मुखर्जी ने भरोसा जताया कि तृणमूल कांग्रेस केंद्र में कांग्रेस सरकार के गठन में अपना समर्थन देगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।