स्वाइन फ्लू प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों पर विशेष नजर
स्वास्थ्य मंत्री की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फैली जानलेवा बीमारी स्वाइन फ्लू का प्रदेश में कोई खतरा नहीं है, फिर भी संभावित खतरे से निपटने के लिए राज्य सरकार ने ठोस कदम उठाए हैं। इसके लिए जिला कलेक्टरों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और चिकित्सा महाविद्यालयों के अधिष्ठाताओं को निर्देश जारी कर दिए गए है। इसके तहत हर जिले में इलाज के लिए एक अस्पताल चिन्हित करने और नोडल चिकित्सा अधिकारी तैनात करने को कहा गया है। हर जिले में नियंत्रण कक्ष भी बनेगा।
स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से कहा गया है कि वे अपने-अपने जिलों में प्रभावित देशों से हवाई, रेल अथवा सड़क मार्ग से आने वाले यात्रियों पर नजर रखेंगे। किसी भी यात्री में बीमारी के लक्षण पाए जाने पर उसे तत्काल चिन्हित अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर उसकी जांच करें।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि एहतियात के तौर पर भारत सरकार की ओर से इस बीमारी के निदान के लिए क्षेत्रीय संचालक (स्वास्थ्य) के पास दवाइयां और मास्क आ गए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।