नाराज ममता को सफाई देने में जुटी कांग्रेस (लीड-1)
दरअसल, कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के उस बयान से तृणमूल कांग्रेस नाराज है जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को वामपंथी दलों का दोबारा समर्थन लेने में कोई एतराज नहीं है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम. वीरप्पा मोइली ने कहा कि कांग्रेस ऐसे किसी भी राजनीतिक दल से गठबंधन नहीं करेगी, जिससे उसे तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी की नाराजगी झेलनी पड़े।
उन्होंने यहां पत्रकारों से चर्चा में कहा, "ममता के साथ जो हमारा समझौता हुआ है, वह बहुत मजबूत है। हम कोई भी ऐसा गठबंधन नहीं करेंगे जिसमें तृणमूल कांग्रेस के हितों की अनदेखी हो। तृणमूल के साथ हमारा गठबंधन स्थिर, मजबूत और स्थाई है।"
इससे पहले तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने राहुल के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया में मंगलवार देर रात कहा था, "हमारी स्थिति बिल्कुल स्पष्ट है। यदि कांग्रेस मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) से हाथ मिलाती है तो हम कांग्रेस के साथ मौजूदा गठबंधन को जारी नहीं रख सकते।"
विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी के एक बयान ने तो आग में घी का काम किया। मुखर्जी ने मंगलवार को कहा, "तृणमूल कांग्रेस के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन इस शर्त पर आधारित नहीं है कि कांग्रेस माकपा का समर्थन नहीं ले सकती।"
इस पर टिप्पणी करते हुए ममता ने कहा, "वह यदि ऐसा करते हैं तो हम गठबंधन से बाहर आ जाएंगे।"
राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा, "उनके जैसे नेता से इस तरह के गैरजिम्मेदार बयान की उम्मीद नहीं थी। चुनाव पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। चुनाव के समय ऐसा बयान आना आश्चर्यजनक है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।