राहुल के बयान से तृणमूल-कांग्रेस गठबंधन मुश्किल में
बनर्जी ने मंगलवार देर रात कहा, "हमारी स्थिति बिल्कुल स्पष्ट है। यदि कांग्रेस मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) से हाथ मिलाती है तो हम कांग्रेस के साथ मौजूदा गठबंधन को जारी नहीं रख सकते। माकपा के साथ सह अस्तित्व का सवाल ही पैदा नहीं होता।"
विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी के एक बयान ने तो आग में घी का काम किया। मुखर्जी ने मंगलवार को कहा, "तृणमूल कांग्रेस के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन इस शर्त पर आधारित नहीं है कि कांग्रेस माकपा का समर्थन नहीं ले सकती।"
इस पर टिप्पणी करते हुए ममता ने कहा, "वह यदि ऐसा करते हैं तो हम गठबंधन से बाहर आ जाएंगे।"
राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा, "उनके जैसे नेता से इस तरह के गैरजिम्मेदार बयान की उम्मीद नहीं थी। चुनाव पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। चुनाव के समय ऐसे बयान आना आश्चर्यजनक है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।