नाथू ला के रास्ते व्यापारिक वस्तुओं की सूची बढ़ाने की मांग
नाथू ला (सिक्किम), 3 मई (आईएएनएस)। व्यापारिक संगठनों ने रविवार को सरकार से अपील की कि चीन के साथ व्यापार को मजबूत बनाने के लिए व्यापारिक वस्तुओं की सूची की समीक्षा की जाए। यह अपील ऐसे समय में की गई है, जब दोनों देशों के बीच एक दिन बाद ही यानी सोमवार से सिल्क रोड के रास्ते इस वर्ष का व्यापार शुरू होने जा रहा है।
कई व्यापारिक वस्तुओं पर पाबंदियों के कारण दोनों देशों के बीच सीमा व्यापार मंद पड़ा हुआ है। भारत चीन से सिल्क, चमड़ा और घोड़ों सहित कुल 15 ऐसी वस्तुओं का आयात कर सकता है और कपड़ा, चाय, चावल, सब्जियां और जड़ी-बूटियों सहित 29 वस्तुओं का निर्यात कर सकता है।
सिक्किम चेंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष एस.के.शारदा ने आईएएनएस को बताया, "व्यापारिक वस्तुओं की यह सूची बेकार है और हमने वाणिज्य मंत्रालय से इस सूची की तत्काल समीक्षा करने के लिए कहा है, ताकि नाथू ला के रास्ते ठीक से व्यापार शुरू किया जा सके।"
उन्होंने कहा, "चीनी व्यापारी मात्र याक के चमड़े और भेड़ के वूल बेच रहे हैं। यह जरूरी है कि दोनों देशों को वर्तमान आयात-निर्यात सूची की समीक्षा करने का निर्णय लेना चाहिए।"
नाथू ला ट्रेडर्स एसोसिएशन के एक अधिकारी ने कहा, "व्यापारिक वस्तुओं की सूची बढ़ाई जानी चाहिए और स्थानीय स्तर पर तैयार की गई बीयर, दवाएं, जैम, प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद तथा पुष्प और बागवानी संबंधी उत्पादों को उसमें शामिल किया जाना चाहिए ताकि व्यापार में बढ़ोतरी हो सके।"
ज्ञात हो कि दोनों देशों के बीच हुए समझौते के तहत हर वर्ष मई महीने में नाथू ला के रास्ते व्यापार शुरू होता है और नवंबर महीने तक चलता है, जब तक कि बर्फ से रास्ता बंद नहीं हो जाता। यह व्यापार सप्ताह में सोमवार से लेकर गुरुवार तक चार दिन ही होता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।