स्वाइन फ्लू कई देशों में फैला, भारत में सतर्कता (लीड-2)
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने गुरुवार को कई परीक्षणों के बाद स्वाइन फ्लू के विषाणु का नाम बदलकर ए(एच1एन1) इंफ्लुएंजा कर दिया और कहा कि इस बीमारी को स्वाइन फ्लू कह कर न पुकारा जाए हालांकि न्यूजीलैंड ने कहा कि वह इस बीमारी को स्वाइन फ्लू ही कहेगा।
मेक्सिको के स्वास्थ्य मंत्री जोस एंजेल कोदरेवा विलालोबोस ने गुरुवार को बताया कि अब तक फ्लू से 12 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि अब तक जिन 159 लोगों की मौत हुई उनमें से भी कुछ मामले फ्लू से जुड़े हो सकते हैं।
अमेरिका में स्वाइन फ्लू के पुष्ट मामलों की संख्या 109 हो गई है। फ्लू के खतरे के मद्देनजर ही अमेरिका में लगभग 300 स्कूलों को बंद कर दिया गया है। इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है कि ये स्कूल कब खुलेंगे।रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने गुरुवार को बताया कि एरिजोना, कैलीफोर्निया, इंडियाना, न्यूयार्क और टेक्सास समेत कई अमेरिकी राज्य स्वाइन फ्लू की चपेट में हैं।
ब्रिटिश समाचार पत्र 'द टेलीग्राफ' के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ पिछले दिनों मेक्सिको के दौरे पर गया एक अधिकारी संभवत: स्वाइन फ्लू की चपेट में आ गया था।
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता रॉबर्ट गिब्स ने गुरुवार को बताया कि अमेरिकी ऊर्जा विभाग के एक कर्मचारी में फ्लू जैसे ही लक्षण पाए गए थे। गिब्स ने अधिकारी का नाम नहीं बताया। उन्होंने कहा, "इस बात की आशंका है कि अधिकारी ए(एच1एन1) से संक्रमित था। "
मेक्सिको और अमेरिका के अलावा अब तक इस बीमारी के आस्ट्रिया, कनाडा, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, न्यूजीलैंड, यूनाइटेड किंगडम, इजरायल, हालैंड और स्पेन में फैलने की पुष्टि हो चुकी है।
एक अन्य घटनाक्रम में यूरोपीय संघ (ईयू) ने फ्रांस के उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि स्वाइन फ्लू से जूझ रहे मेक्सिको और अमेरिका से आने वाली सभी उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया जाए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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