श्रीलंकाई नौसेना ने लिट्टे का आत्मघाती हमला विफल किया, 23 सी टाइगर्स ढेर (लीड-1)
नौसेना की इस कार्रवाई में 23 सी टाइगर्स मारे गए और उनकी तीन नावें नष्ट हो गईं। उधर विदेश मंत्री रोहिता बोगलागामा ने कहा है कि सेना लिट्टे प्रमुख वेलुपिल्लई प्रभाकरन के बहुत नजदीक पहुंच गई है।
अधिकारियों की ओर से कहा गया है कि नौसैनिक मुल्लैतिवु जिले से लगे समुद्री क्षेत्र की चौकसी कर रहे थे। उसी दौरान विद्रोहियों की नावें उनकी ओर आती हुई दिखाई दीं। नौसैनिकों के साथ उनकी शुक्रवार तड़के 1 बजे मुठभेड़ हो गई। उनमें दो नावों पर विस्फोटक लदे हुए थे। ये दोनों आत्मघाती मिशन पर निकली हुई थीं।
राष्ट्रीय सुरक्षा के मीडिया केंद्र (एमसीएनएस) ने कहा है, "विस्फोटक लदी दो आत्मघाती नावें और एक अन्य लड़ाकू नाव को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया है। इस कार्रवाई में 23 तमिल समुद्री लड़ाके मारे गए हैं।"
श्रीलंका की ओर से कहा गया है कि बहुस्तरीय रक्षा अवरोधों के जरिए समुद्री किलेबंदी को चुस्त कर दिया गया है।
उधर एक भारतीय टेलीविजन चैनल के साथ बातचीत में श्रीलंकाई विदेश मंत्री रोहिता बोगलागामा ने कहा है कि सेना प्रभाकरन को पकड़ने के बहुत करीब पहुंच चुकी है।
श्रीलंकाई विदेश मंत्री ने कहा, "हमारा मानना है कि वह अभी भी श्रीलंका में है।" उन्होंने कहा कि प्रभाकरन के परिवार और उसके नजदीकी सहयोगियों के बारे में जानकारी नहीं है।
बोगलागामा ने कहा कि प्रभाकरन बच निकलने के जो भी प्रयास करेगा या सेना उसे जो मौका देगी वह केवल इतना ही होगा कि वह अपने अड्डे से बाहर निकल सके।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में प्रभाकरन पर मुकदमा चलाने के लिए भारत की ओर से प्रत्यर्पण की मांग के सवाल पर उन्होंने कहा, "पहले हमारी सरकार स्थानीय कानूनों के मुताबिक कदम उठाएगी उसके बाद सभी विकल्पों पर विचार होगा।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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