लिट्टे ने सेना पर हवाई हमले का आरोप लगाया
सेना और लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) दोनों ने मुल्लइतिवु जिले में करीब छह वर्ग किलोमीटर की पट्टी वाले मुलाईविकल इलाके में लड़ाई जारी रहने की पुष्टि की।
सरकार का अनुमान है कि विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके में अभी 20,000 नागरिक घिरे हैं, वहीं संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय ने कहा कि अभी भी 50,000 नागरिक लिट्टे के कब्जे वाले इलाके में फंसे हैं।
लिट्टे ने मंगलवार को श्रीलंका सेना पर हवाई हमलों सहित भारी हथियारों का प्रयोग जारी रखने का आरोप लगाया। इससे पहले श्रीलंका सरकार ने आश्वासन दिया था कि सेना लड़ाकू विमानों और भारी हथियारों का उपयोग नहीं करेगी।
लिट्टे समर्थक वेबसाइट तमिलनेट ने कहा कि सेना ने सोमवार रात को तोपों के साथ ही राकेटों से भी हमला किया। सेना ने इस दावे का खंडन किया है।
बहरहाल युद्ध क्षेत्र से भागकर सरकार के कब्जे वाले इलाके में आए 170,000 नागरिकों की मदद के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहायता पहुंचने लगी है। इनमें से 113,000 लोग 19 अप्रैल के बाद से पलायन करके सरकार के कब्जे वाले इलाके में आए हैं।
भारत ने दो करोड़ डॉलर और ब्रिटेन ने 36 लाख डॉलर देने का वादा किया है। संयुक्त राष्ट्र मानवीय राहत के प्रमुख जान होम्स ने कहा कि यूएन तत्काल एक करोड़ डॉलर की सहायता केंद्रीय राहत कोष से जारी करेगा। यह राशि पिछले सप्ताह दी गई एक करोड़ डॉलर की राशि के अतिरिक्त होगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।