आईएमएफ में 10 अरब डॉलर के बांड खरीदना चाहता है भारत
वाशिंगटन, 27 अप्रैल (आईएएनएस)। आर्थिक जगत में बढ़ती ताकत के साथ भारत न केवल अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में बढ़ा कोटा चाहता है बल्कि वह कोष के संसाधनों में इजाफे के लिए 10 अरब डॉलर की मदद को भी तैयार है।
जी-20 देशों की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करने आए योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलुवालिया ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कहा, "जब आईएमएफ विकासशील देशों की हिस्सेदारी बढ़ाएगा तो यकीनन इसमें उन देशों का आर्थिक महत्व परिलक्षित होना चाहिए। हमारा स्पष्ट मानना है कि उस समय भारत की हिस्सेदारी में भी इजाफा होना चाहिए।"
भारत द्वारा किए जाने वाले 10 अरब डॉलर के निवेश के बारे में अहलुवालिया ने कहा कि भारत यह राशि आईएमएफ द्वारा जारी की जाने वाली प्रस्तावित प्रतिभूतियां खरीदने में खर्च करना चाहता है।
अहलुवालिया ने कहा, "हम चाहते हैं कि यह योगदान भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से आईएमएफ की प्रतिभूतियों में निवेश की शक्ल में किया जाए।"
उन्होंने सुझाव दिया कि आईएमएफ को ऐसी प्रतिभूतियां जारी करनी चाहिए जिनमें विभिन्न देश अपने संचित कोष का निवेश कर सकें। उन्होंने कहा कि सरकारों द्वारा प्रत्यक्ष निवेश किए जाने का बजट घाटे पर असर पड़ सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।