श्रीलंका ने युद्ध विराम प्रस्ताव की खबरों का खंडन किया
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सेना लिट्टे के कब्जे में अभी भी बंधक 15,000-20,000 लोगों को बचाने के लिए मानवीय अभियान जारी रखेगी। एक भी नागरिक की मौत न होने देने की नीति का पालन करने के लिए भारी हथियारों का प्रयोग रोका गया है।
बयान के अनुसार मीडिया के कुछ हिस्सों ने इसका गलत मतलब निकालते हुए इसे युद्ध विराम समझा है।
मंत्रालय के एक अधिकारी के हवाले से कहा गया कि वास्तविक सरकारी बयान में बदलाव करके मीडिया की इन खराब और अनैतिक रिपोर्टों का उद्देश्य आतंकवादी संगठन के राजनीतिक रूप से अज्ञानी समर्थकों को उत्साहित करना है।
बयान के अनुसार सरकार का निर्णय वालायारमदाम के दक्षिण और वेलामुलिवईक्कल के बीच 10 किलोमीटर के इलाके में दोनों तरफ से जानमाल का नुकसान रोकने के लिए है।
उन्होंने जोर दिया कि सरकार का निर्णय किसी अंतर्राष्ट्रीय दबाव का परिणाम नहीं है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।