गोरखा पेंशन कोष में 10 अरब रुपये का इजाफा
वेतन आयोग की सिफारिशों के बाद सरकार ने उन नेपाली सैनिकों के पेंशन कोष की राशि सात अरब से बढ़ाकर 10 अरब करने का निर्णय लिया था जिन्होंने सेना की गोरखा रेजिमेंट में अपनी सेवाएं दी हैं।
सन 50 और 60 के दशक तक जहां भारतीय सेना की न्यूनतम पेंशन 1,200 रुपये थी वह अब बढ़कर 3,500 रुपये हो गई है। इसके अतिरिक्त उन्हें महंगाई भत्ता भी मिलता है।
वर्तमान में उनकी पेंशन करीब 7,000 से 9,000 रुपये के बीच है जो नेपाल में मध्यम दर्जे के सरकारी अधिकारियों का वेतन है।
भारतीय सेना में हर वर्ष नेपाल के 1,000 से 1,500 गोरखा सैनिकों की भर्ती की जाती है हालांकि पिछले दो वर्षो से नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता को देखते हुए इस प्रक्रिया पर रोक लगी है। इस वर्ष यह प्रक्रिया एकबार फिर चालू हो जाएगी।
उल्लेखनीय कि 80 वर्ष की उम्र में भारतीय सेना के पेंशनभोगी कर्मचारी की पेंशन में 20 फीसदी और 85 की उम्र में 30 फीसदी का इजाफा हो जाता है। इसीतरह 95 वर्ष की अवस्था में पेंशन राशि में 50 फीसदी और 100 की उम्र में पेंशन दोगुनी करने का प्रावधान है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।