अनिल अंबानी ने हेलीकॉप्टर के साथ छेड़छाड़ के पीछे हत्या की साजिश का आरोप लगाया (लीड-2)
अनिल धीरूभाई अंबानी समूह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को लिखे एक पत्र में कहा है कि इस मामले के पीछे कंपनी के चेयरमैन अनिल अंबानी की हत्या की साजिश थी। पत्र में इस घटना की जांच कराने की मांग की गई है।
मुंबई के संयुक्त पुलिस आयुक्त राकेश मारिया ने शुक्रवार की देर शाम घोषणा की कि पुलिस की अपराधा शाखा मामले की जांच करेगी। मारिया ने संवाददाताओं को बताया, "हमने स्थानीय पुलिस से कहा है कि मामले को हमारे पास स्थानांतरित कर दिया जाए और मामले में आगे की जांच हम करेंगे।"
इस मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल गठित करने की पुलिस की योजना है।
13 सीटों व दो इंजिन वाले 412 हेलीकॉप्टर (नंबर वीटी-आरसीएल) की देखरेख करने वाली कंपनी एयर वर्क्स इंडिया इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी ने अपने सभी 52 इंजीनियरों की ड्यूटी कम से कम एक दिन के लिए या पुलिस जांच पूरी होने तक रद्द कर दी है।
प्रवक्ता ने आईएएनएस को देर रात बताया, "हम जांचकर्ताओं को पूरा सहयोग कर रहे हैं। हम महसूस करते हैं कि जांच पूरी होने तक हमारा कोई भी इंजीनियर जांच में किसी भी तरीके से बाधा नहीं डालेगा।"
चव्हाण को लिखे पत्र में रिलायंस ट्रांसपोर्ट एंड ट्रैवेल्स प्राइवेट लिमिटेड के वरिष्ठ पायलट कैप्टन आर.एन.जोशी ने कहा है, "जिस तरह से गियरबॉक्स में कंकड़ और कीचड़ डाल कर उसके वाल्व कैप को वापस बंद कर दिया गया, उससे साफ जाहिर होता है कि कुछ लोग, और संभवत: कुछ व्यावसायिक प्रतिद्वंद्वी अंनिल अंबानी की हत्या की साजिश रच रहे थे। यह स्पष्ट रूप से हत्या के प्रयास का मामला है।"
कैप्टन जोशी ने पत्र में साफ लिखा है कि एयर वर्क के इंजीनियरों की सक्रिय संलिप्तता के बगैर यह सब संभव नहीं था और इस काम को विशेषज्ञ की मदद से अंजाम दिया गया है। एयर वर्क के मात्र 13 तकनीशियनों को हेलीकॉप्टर की देखरेख की इजाजत थी।
दूसरी ओर एक पुलिस अधिकारी के अनुसार सांताक्रूज एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन ने इस मामले में चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है और एयर वर्क के कई कर्मचारियों के साथ पूछताछ की है। एयर वर्क ने इसी पुलिस स्टेशन में गुरुवार की शाम 5.30 बजे मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
सांताक्रूज एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक एस.एम. घुगे ने कहा, "हम अभी मामले की जांच कर रहे हैं और उस हेलीकॉप्टर की देखरेख करने वालों से पूछताछ कर रहे हैं।"
घुगे ने आईएएनएस से कहा कि पर्याप्त सबूत मिल जाने पर हर तरह के कदम उठाएं जाएंगे। इसमें आरोपियों की गिरफ्तारी भी शामिल होगी।
कैप्टन जोशी के पत्र के मुताबिक अनिल अंबानी रिलायंस इन्फोकॉम के नौ अधिकारियों के एक उच्चस्तरीय दल के साथ शुक्रवार की सुबह भी उसी हेलीकॉप्टर से नवी मुंबई के लिए उड़ान भरने वाले थे। लेकिन जब जांच पूरी होने तक के लिए हेलीकॉप्टर को खड़ा कर दिया गया तो उन्हें नवी मुंबई अपने कार्यालय जाने में 100 मिनट का समय लगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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