मध्य प्रदेश में दिग्गजों की प्रतिष्ठा लगी दांव पर
प्रदेश के 29 लोकसभा क्षेत्रों में मतदान दो चरणों में होना है। पहले चरण में 23 अप्रैल को 13 संसदीय क्षेत्रों मेंवोट डाले जाएंगे। चुनाव प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रदेश सरकार की उपलब्धियों के अलावा केन्द्र सरकार के पक्षपातपूर्ण रवैये और आतंकवाद तथा स्विस बैंकों में जमा काले धन को मुद्दा बनाया। वहीं कांग्रेस ने प्रदेश की शिवराज सरकार पर हमले बोले और कंधार में आतंकवादियों को ले जाकर छोड़ने को भाजपा का वास्तविक चेहरा बताने की कोशिश की।
इस चरण में छिन्दवाडा संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार और केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। कमलनाथ को घेरने की भाजपा की ओर से हर संभव कोशिश की गई है। इसी का नतीजा रहा है कि कमलनाथ अपने संसदीय क्षेत्र को छोड़कर दूसरे क्षेत्रों का ज्यादा दौरा नहीं कर पाए। इतना ही नहीं उन्होंने भीड़ जुटाने के लिए फिल्म अभिनेता सलमान खान को तो बुलाया ही, एक जादूगर का भी सहारा उन्हें लेना पड़ा।
विदिशा संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी सुषमा स्वराज को कांग्रेस उम्मीदवार का पर्चा निरस्त हो जाने के बाद लगभग वाकओवर मिल गया है। इसके बावजूद सुषमा स्वराज जीत का रिकार्ड बनाना चाहती हैं, इसीलिए वह विदिशा में कुछ ज्यादा ही समय दे रही हैं।
संसद में नोट लहराकर सुर्खियां बटोरने वाले फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला संसदीय क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार हैं। इस क्षेत्र में कांग्रेस ने भी अपनी ओर से पूरा जोर लगा रखा है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी की सभा के बाद कुलस्ते के लिए मुकाबला चुनौतीपूर्ण हो चला है। भोपाल में भाजपा उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी भी प्रतिष्ठा की लड़ाई लड़ रहे हैं।
प्रदेश में सबसे ज्यादा चर्चा सीधी संसदीय क्षेत्र की हो रही है। यहां से केंद्रीय मंत्री अर्जुन सिंह की बेटी वीणा सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं। अर्जुन सिंह और उनके बेटे अजय सिंह यहां कांग्रेस के प्रत्याशी इंद्रजीत पटेल का प्रचार कर रहे हैं तो अर्जुन सिंह की पत्नी सरोज सिंह बेटी के समर्थन में खड़ी नजर आ रही हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।