कामयाबी की बुलंदियां छूता आया है इसरो का पीएसएलवी
चेन्नई, 20 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का 'पोलर सेटेलाइट लांच व्हिकल' (पीएसएलवी) विगत 16 वर्षो में कामयाबी की कई इबारतें लिख चुका है। अगर एक मौके को छोड़ दें तो पीएसएलवी के जरिए किए सभी प्रक्षेपण सफल रहे।
श्रीहरिकोटा से इसरो ने सोमवार सुबह पीएसएलवी के जरिए ही एक जासूसी उपग्रह (रीसैट-2) और शिक्षा उपग्रह 'अनुसैट' का सफल प्रक्षेपण किया।
इसरो के इस 44 मीटर लंबे पीएसएलवी के नाम जो एकमात्र असफलता दर्ज है, वह उसे 20 सिंतबर, 1993 के पहले प्रक्षेपण के दौरान मिली थी। हालांकि इसके बाद यह निरंतर कामयाबी की बुलंदियों को छूता रहा।
इसकी सफलता को देख कर दुनिया के कई अन्य देशों से भी छोटे उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए पीएसएलवी की मांग बढ़ गई है।
अब तक इसरो पीएसएलवी के जरिए 16 उपग्रहों का प्रक्षेपण कर चुका है। इसरो द्वारा प्रक्षेपित किए गए उपग्रह इस प्रकार हैं-
20 सितंबर, 1993: पीएसएलवी-डी 1 (असफल)
15 अक्टूबर, 1994: पीएसएलवी-डी 2
21 मार्च, 1996: पीएसएलवी-डी 3
29 सितंबर, 1997: पीएसएलवी-सी 1
26 मई, 1999: पीएसएलवी-सी 2
22 अक्टूबर, 2001: पीएसएलवी-सी 3
12 सितंबर, 2002: पीएसएलवी-सी 4
17 अक्टूबर, 2003: पीएसएलवी-सी 5
5 मई, 2005: पीएसएलवी-सी 6
10 जनवरी, 2006: पीएसएलवी-सी 7
23 अप्रैल, 2007: पीएसएलवी-सी 8
21 जनवरी, 2008: पीएसएलवी-सी 10
28 अप्रैल, 2008: पीएसएलवी-सी 9
22 अक्टूबर, 2008: पीएसएलवी-सी 11
20 अप्रैल, 2009: पीएसएलवी-सी 12
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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