दूसरे चरण से पहले तेज हुआ आरोप-प्रत्यारोप (राउंडअप)
सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहां राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष रामविलास पासवान तथा कांग्रेस को आड़े हाथों लिया वहीं रामविलास ने कांग्रेस पर कई अरोप मढ़ दिए। लालू ने भी कांग्रेस को एक बार फिर निशाने पर लिया।
नीतीश ने पटना हवाई अड्डे पर पत्रकारों से चर्चा के दौरा लालू तथा पासवान को एक ही थैली का चट्टा-बट्टा बताया। उन्होंने दोनों नेताओं पर छद्म धर्मनिरपेक्षता अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये दोनों नेता तनाव फैला कर राजनीति करने पर विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा कि दोनों नेता अब तक अल्पसंख्यको को वरगला कर उनका वोट लेते रहे हैं।
इधर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा द्वारा इस्तीफा मांगे जाने पर लालू प्रसाद ने पत्रकारों को सिर्फ इतना कहा कि कांग्रस ने उन्हें मंत्री नहीं बनाया है बल्कि जनता ने उन्हें मंत्री बनाया है।
पासवान ने भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने ही सबसे पहले विवाद प्रारंभ किया। चुनाव प्रचार में जाने के पूर्व पटना में पत्रकारों से बात करते हुए पासवान ने कहा कि कांग्रेस ने ही सबसे पहले राजद और लोजपा की निर्धारित सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करने का एलान किया था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव में धर्मनिरपेक्ष मतों का बंटवारा कर किसे लाभ पहुंचाना चाहती है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि केन्द्र में धर्मनिरपेक्ष सरकार ही बनेगी।
इधर पूर्व मंत्री तथा भाजपा के प्रवक्ता राजीव प्रताप रूड़ी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि लालू प्रसाद हताशा में ऐसे बयान दे रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रीय नेताओं को मर्यादा में रह कर बयान देने की सलाह देते हुए कहा कि इससे उनकी इज्जत बढ़ती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।