सक्रिय राजनीति से अपनी मर्जी से दूर हूं : प्रियंका (लीड-1)
प्रियंका ने पत्रकारों से चर्चा में कहा, "मैं खुद सक्रिय राजनीति में आना नहीं चाहती। यदि मैं आई भी तो मुझे मेरे परिवार का पूरा समर्थन मिलेगा। लेकिन मैं आना ही नहीं चाहती।"
इंदिरा गांधी के साथ बिताए गए बचपन के दिनों के बारे में पूछे जाने पर प्रियंका ने एक टेलीविजन चैनल से कहा, "लोग उन्हें बेशक एक कड़े निर्णय लेने वाली नेता के रूप में जानते थे लेकिन मेरे और राहुल के लिए वे बेहद विनम्र और प्यारी थीं। उन दिनों वे मेरी आदर्श हुआ करती थीं।"
राहुल द्वारा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मंत्रिमंडल में कोई पद स्वीकार नहीं करने के बारे में पूछे जाने पर प्रियंका ने कहा, "यह तो पूरी तरह राहुल पर निर्भर है। वह जो कर रहे हैं वह बेहद महत्वपूर्ण है। उन्हें लगता है कि पार्टी को मजबूत करने के लिए युवक कांग्रेस में लोकतंत्र स्थापित करना बहुत जरूरी है।"
प्रियंका ने एक चुनावी सभा में कहा, "इस क्षेत्र में जो विकास हुआ है उसमें आप लोगों का ही योगदान है। आप लोगों ने पहले राजीव जी फिर सोनिया जी और अब राहुल को अपनी सेवा का मौका दिया। आपने लंबे वर्षो तक हम पर अपना विश्वास जताया है। हम राजनीतिज्ञ नहीं बल्कि आपके नौकर हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।