राजपक्षे की अपील, लिट्टे पर दबाव बनाए वैश्विक समुदाय (लीड-1)
राजपक्षे ने चिकित्सकों और किसानों के एक समूह के साथ यहां बातचीत के दौरान कहा, "लिट्टे वान्नी में हजारों नागरिकों को बंधक बनाए हुए है। मैं अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील करता हूं कि वह लिट्टे पर दबाव बनाए कि वह नागरिकों को मात्र एक घंटे की मोहलत दे दे, ताकि वे सरकार के नियंत्रण वाले सुरक्षित इलाकों में आ सकें।"
राजपक्षे की टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब मुल्लैतिवु जिले में नागरिकों के सुरक्षित विस्थापन के लिए सैन्य कार्रवाई को और अधिक समय तक स्थगित करने हेतु श्रीलंका पर अंतर्राष्ट्रीय दबाव बना हुआ है।
राष्ट्रपति आवास टेंपल ट्रीज में बैठक के दौरान राजपक्षे के बयानों के हवाले से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है, "मुझसे जारी मानवीय कार्रवाई रोकने के लिए कहने के बदले अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को लिट्टे पर दबाव बनाना चाहिए, ताकि वे नागरिकों को मुक्त कर दें।"
राजपक्षे ने गुरुवार को किलिनोच्ची का औचक दौरा किया था और वहां सैनिकों को संबोधित किया था।
इस बीच बीबीसी ने शनिवार को खबर दी कि श्रीलंका के रक्षा सचिव गोटाभाया राजपक्षे ने संयुक्त राष्ट्र संघ की उस अपील को ठुकरा दिया है, जिसमें नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए और अधिक समय देने की अपील की गई थी।
संयुक्त राष्ट्र की अपील खारिज करने का निर्णय संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून के चीफ ऑफ स्टाफ विजय नांबियार और सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच कोलंबो में आहूत बैठक के बाद लिया गया।
रक्षा सचिव के हवाले से बीबीसी ने कहा, "मैंने नांबियार से कहा कि हम सैन्य कार्रवाई को और अधिक समय तक स्थगित नहीं कर सकते, क्योंकि पूर्व के युद्ध विराम का कोई परिणाम नहीं निकला है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।