जनता तय करेगी कि मजबूत नेता कौन : सोनिया गांधी
आडवाणी या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का नाम लिए बगैर सोनिया ने कहा कि उन्हें एक खास संगठन के निर्देश पर पार्टी का अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा था।
सोनिया गांधी लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए आंध्रप्रदेश में पश्चिम गोदावरी जिले के पांगिडी में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा, "कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए घृणा फैला रहे हैं। वे लोग हम पर आतंकियों के प्रति नरम रवैया अपनाने का आरोप लगाते हैं, लेकिन पूरा देश जानता है कि हमने आतंकियों के सामने न तो कभी घुटने टेके हैं और न हम भविष्य में ही कभी ऐसा करेंगे।"
गांधी ने कहा, "ये लोग प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर हमला कर रहे हैं। वे कहते हैं कि वह खुद से कोई निर्णय नहीं ले सकते। लेकिन क्या ये लोग खुद से निर्णय ले सकते हैं? हर निर्णय के लिए वे एक खास संगठन के निर्देशों की ओर ताकते हैं।"
सोनिया गांधी ने उपस्थित जन समूह से कहा, "उस संगठन के गुस्से और उस संगठन के आदेश पर उस 'मजबूत' नेता को अपनी पार्टी का अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा था। इसलिए आप तय करें कि मजबूत नेता कौन है।"
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "कांग्रेस किसी अन्य संगठन के निर्देशों का पालन नहीं करती। यह सिर्फ जनता के निर्देशों का पालन करती है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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