दहेज के लिए महिला और उसके बच्चे को जिंदा जलाया गया
पुलिस ने कहा कि बागपत जिले के रातोल कस्बे की निवासी बृजेश की शादी वर्ष 2005 में गाजियाबाद में मुरादनगर के खिमावती मुहल्ले के निवासी प्रवीण के साथ हुई थी। शादी के बाद बृजेश को दो बेटे हुए। एक दो साल का और दूसरा तीन साल का था।
पुलिस ने कहा कि पीड़ित बृजेश के भाई नरेश ने प्रवीण और उसके परिवार वालों के खिलाफ शनिवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। एक अज्ञात व्यक्ति ने नरेश को फोन पर जानकारी दी थी कि प्रवीण और उसके परिवार वालों ने बृजेश और उसके बेटे को किस तरह जिंदा जला दिया।
पुलिस ने कहा कि नरेश ने यह भी आरोप लगाया कि शादी के बाद से ही बृजेश का पति और उसके परिवार के लोग दहेज के लिए उसे प्रताड़ित करते थे।
पुलिस ने कहा कि पीड़ितों का गुप्त तरीके से स्थानीय स्मशान में अंतिम संस्कार भी कर दिया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिल कुमार ने कहा, "हमने परिवार के पांच सदस्यों के खिलाफ दहेज के लिए महिला की हत्या करने का एक आपराधिक मामला दर्ज किया है। इस मामले में प्रवीण उसके दो भाइयों, सुभाष व पप्पू तथा दोनों की पत्नियों सुषमा व पुष्पा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।"
अखिल कुमार ने कहा, "हमने पप्पू व उसकी पत्नी सुषमा को गिरफ्तार कर लिया है। प्रवीण, पुष्पा और सुभाष फरार हैं। हम उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लेंगे।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।