परमाणु परीक्षण के बारे में पाक ने अमेरिका को सूचित किया था : गौहर अयूब खान
तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने उस समय के अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन को लिखे पत्र में कहा था कि सभी उपाय समाप्त हो जाने के बाद पाकिस्तान ने अपने राष्ट्रीय हित में परमाणु परीक्षण करने का फैसला किया है।
इस पत्र को खान ने अपनी नई किताब 'टेस्टिंग टाइम्स ऐज फॉरेन मिनिस्टिर' में दिया है। पत्र में कहा गया है कि अपनी संप्रभुता, स्वतंत्रता और देश की अख्ांडता को कायम रखने के लिए पाकिस्तान परमाणु परीक्षण के लिए विवश है।
नवाज शरीफ ने अपने पत्र में कहा था कि भारत ने परमाणु परीक्षण करके शक्ति संतुलन को नष्ट कर दिया है और उसकी मिसाइलों और परमाणु हथियारों का निशाना पाकिस्तान है।
शरीफ के अनुसार भारतीय नेतृत्व पाकिस्तान को आणविक ताकत से ब्लैकमेल करना चाहता है और उसने कश्मीर सीमा पर नियंत्रण रेखा पर आक्रामक गतिविधियां बढ़ा दी हैं। ऐसी स्थिति में पाकिस्तान के लोग सर्वसम्मति से भारतीय परमाणु ताकत का जवाब देना चाहते हैं।
पत्र में यह भी कहा गया था कि पिछले 20 वर्षो से भी अधिक समय से पाकिस्तान परमाणु अप्रसार का पक्षधर रहा है।
पाकिस्तान ने 28 मई 1998 और भारत ने 11 और 13 मई को परमाणु परीक्षण किए थे।
पूर्व सैनिक तानाशाह फील्ड मार्शल अयूब खान के पुत्र गौहर अयूब खान ने वर्ष 2005 में यह दावा करके हलचल मदा दी थी कि उनके पिता ने एक भारतीय ब्रिगेडियर से 1965 के युद्ध की भारतीय योजना को 20,000 रुपये में खरीदा था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।