पुलिस महानिदेशक पर ओवैसी के आरोप से चुनाव आयोग खफा (लीड-1)
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आई.वी सुब्बाराव ने ओवैसी के उस आरोप को संज्ञान में लिया है, जिसमें उन्होंने मोहंती पर अपने प्रतिद्वंद्वी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के साथ सांठ-गांठ करने का आरोप लगाया था।
सूत्रों के अनुसार चुनाव आयोग एमआईएम प्रमुख को एक कारण बताओ नोटिस जारी कर सकता है। चुनाव आयोग ने ही मोहंती को पिछले महीने राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पद पर नियुक्त किया था।
ओवैसी हैदराबाद के वर्तमान सांसद हैं और वह इस सीट से दोबारा संसद में जाना चाहते हैं। हैदराबाद के अलावा राज्य की अन्य 21 संसदीय सीटों और 154 विधानसभा सीटों के लिए गुरुवार को मतदान हुआ था।
एमआईएम के अध्यक्ष ओवैसी ने संवाददाताओं को बताया, "मोहंती राज्य के पुलिस महानिदेशक हैं, लेकिन सभी क्षेत्रों पर निगरानी रखने के बदले उन्होंने मतदान के दौरान अकेले हैदराबाद संसदीय क्षेत्र में डेढ़ घंटा बिताया।"
उन्होंने कहा, "मोहंती ने टीडीपी उम्मीदवार और उर्दू दैनिक सियासत के संपादक जाहिद अली खान को कम से कम 25 बार फोन किया। मैं सूचना का अधिकार कानून के तहत उनके द्वारा किए गए फोन काल का विवरण हासिल करूंगा।"
ओवैसी ने कहा, "इस सबके बावजूद हम हैदराबाद लोकसभा सीट और आठ विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज कराने को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं।"
ओवैसी ने अपने आवेदन पर ध्यान न देने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी पर भी आरोप लगाया है।
उल्लेखनीय है कि यहां पर अन्य पार्टियां मोहंती को एक ईमानदार अधिकारी के रूप में जानती हैं। लेकिन एमआईएम ने पिछले महीने चुनाव आयोग में आपत्ति दर्ज कराई थी कि मोहंती को पुलिस प्रमुख के रूप में नियुक्त न किया जाए। एमआईएम ने उन पर मुसलमान विरोधी होने का आरोप लगाया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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