वैश्विक निकायों में चीन के बढ़ते दबदबे से भारत चिंतित
मनीष चांद
नई दिल्ली, 18 अप्रैल(आईएएनएस)। एशियाई विकास बैंक(एडीबी) द्वारा भारत को विकास कर्ज देने के रास्ते में रोड़ा पैदा कर चीन ने भारत की चिंता बढ़ा दी है। वैश्विक निकायों में चीन का बढ़ता दबदबा भारत के लिए चिंता का विषय है।
माना जाता है कि चीन ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर मनीला स्थित एडीबी को भारत को 2़9 अरब डालर का विकास कर्ज देने से रोक दिया। यूं तो चीन के इस रुख की कोई वजह नहीं बताई गई, पर सूत्रों का कहना है कि उसने इस कर्ज में अरुणाचल प्रदेश की एक विकास परियोजना के लिए 6 करोड़ डालर का कर्ज शामिल किए जाने पर ऐतराज जताकर इस पूरे विकास कर्ज को भारत की झोली में जाने से रोक दिया। उल्लेखनीय है कि चीन अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा जताता रहा है।
यूं तो भारत सरकार ने अभी तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन सूत्रों ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय निकायों में चीन के बढ़ते दबदबे से भारत चिंतित है।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में चीन मामलों के विशेषज्ञ श्रीकांत कोंडापल्ली कहते हैं, "चीन भारत की बांहें मरोड़ने में लगा है। वैश्विक वित्तीय संस्थानों में चीन का बढ़ता दबदबा हमारे लिए चिंता की बात है।"
चीन मामलों के एक अन्य विशेषज्ञ मोहन गुरुस्वामी कहते हैं, "चीन भारत पर हावी होना चाहता है। हमें पूरे आत्मविश्वास के साथ उसका सामना करना होगा।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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