मैंने कभी भी हिंसा की वकालत नहीं की : वरुण
गुरुवार रात एटा से आगरा के रास्ते दिल्ली पहुंचे वरुण ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा, "मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैंने कभी भी राजनीति में हिंसा फैलाने की वकालत नहीं है। मैंने हमेशा ही पड़ोसी देशों द्वारा मुल्क में फैलाए जा रहे आतंकवाद के खतरे के खिलाफ सभी भारतीयों के एकजुट होने की बात कही है और आज भी मैं अपनी बात पर कायम हूं।"
उन्होंने कहा, "हमें इस त्रासदी के खिलाफ उठ खड़ा होना पड़ेगा और मैं ऐसे राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ अपनी आवाज आगे भी बुलंद करता रहूंगा जो आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देते हैं।"
पैरोल पर रिहाई के रूप में मिली राहत के लिए उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय को धन्यवाद दिया और कहा, "इस मामले में मुझे पूरी उम्मीद है कि सर्वोच्च न्यायालय से मुझे न्याय मिलेगा। मेरे ऊपर जो गलत आरोप लगाए गए हैं, मैं उनका भी जवाब दूंगा।"
उन्होंने कहा, "मेरी प्राथमिकता यही है कि केंद्र में ऐसी सरकार आए जो देश हित में हो। मेरे जेल में रहने के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं समेत करोड़ों भारतीयों ने जो मुझे समर्थन दिया उसके लिए मैं सदा उनका शुक्रगुजार रहूंगा।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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