सिप्ला मेडप्रो के अधिग्रहण के खिलाफ हैं शेयरधारक
जोहांसबर्ग, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। 'सिप्ला इंडिया' के साथ समझौते के तहत दवा का निर्माण करने वाली दक्षिण अफ्रीकी कंपनी 'सिप्ला मेडप्रो साउथ अफ्रीका' को बेचे जाने का कंपनी के शेयर धारक विरोधों ने विरोध किया है। उनका कहना है कि 'एडकॉक इंग्राम' ने जो प्रस्ताव दिया है वह काफी कम है।
सिप्ला इंडिया की सिप्ला मेडप्रो एसए में किसी तरह की हिस्सेदारी नहीं है लेकिन शेयर धारकों का कहना है कि यदि दोनों कंपनियों के बीच समझौता हो जाए तो इसके अधिग्रहण के लिए प्रस्तावित कीमत काफी बढ़ जाएगी।
सिप्ला मेडप्रो एसए एक समझौते के तहत 2025 तक दक्षिण अफ्रीका के बाजार के लिए सिप्ला इंडिया द्वारा विकसित दवाओं का निर्माण करती है।
इससे पहले सिप्ला इंडिया के संयुक्त प्रबंध निदेशक अमरा लुल्ला ने भारतीय मीडिया से कहा था कि अगर एडकॉक इंग्राम वर्तमान व्यवस्था से संतुष्ट है तो हम आपूर्ति बहाल रखेंगे।
पिछले सप्ताह एडकॉक इंग्राम ने कहा थ कि वह सिप्ला मेडप्रो का पूर्ण स्वामित्व हासिल करने के लिए प्रति शेयर 4.75 रैंड चुकाने को तैयार है। लेकिन रिपोर्टो के अनुसार सिप्ला मेडप्रो के 25 फीसदी से ज्यादा शेयर धारक यह प्रस्ताव स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।