भारत से आयातित पाइपों के खिलाफ अमेरिकी मिल मजदूरों में नाराजगी
वाशिंगटन, 16 अप्रैल(आईएएनएस)। महात्वाकांक्षी कनाडा-अमेरिका तेल पाइपलाइन परियोजना के लिए भारत से पाइप आयातित किए जाने से स्थानीय इस्पात मिल मजदूरों में गहरा आक्रोश है। कामगार इस मसले पर राष्ट्रीय बहस की पृष्ठभूमि रचते हुए सरकार से संरक्षणवादी नीति अपनाने की अपील कर रहे हैं।
इलिनॉय की ग्रेनाइट सिटी में इस परियोजना में इस्तेमाल के लिए हजारों आयातित पाइप लाए गए हैं, जबकि ऐसी परियोजनाओं के लिए सरकारी आर्डर नहीं मिलने के कारण पिछले साल के दिसंबर से ही एक स्थानीय मिल बंद है। इसके करीब 2,000 मजदूरों का भविष्य खतरे में पड़ गया है।
'न्यूयार्क टाइम्स' लिखता है कि मिल के 130 वर्षो के इतिहास में यह पहला मौका है जब इसे आर्डर नहीं मिलने के कारण उत्पादन बंद करना पड़ा है। अखबार ने 'भारतीय पाइपों ने इलिनॉय के एक शहर की नाराजगी बढ़ाई' शीर्षक वाली अपनी खबर में इन मजदूरों की पीड़ा को जगह दी है।
जब से एक कामगार संगठन के एक पूर्व अधिकारी ने भारतीय पाइपों को इस परियोजना के लिए ट्रकों में लादे जाते हुए देखा, यह मुद्दा जोर पकड़ने लगा है। मिल के अस्थायी रूप से बंद होने को आर्थिक त्रासदी की संज्ञा दी जा रही है। यह पाइपलाइन 1600 मिल लंबी होगी और इसे कनाडाई कंपनी ट्रांसकनाडा तैयार कर रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।