124 संसदीय सीटों के लिए मतदान गुरुवार को (राउंडअप)
पहले चरण में 14.31 करोड़ मतदाता 1715 उम्मीदवारों के चुनावी भविष्य का फैसला करेंगे। चुनाव मैदान में 122 महिला उम्मीदवार हैं। मतदान के लिए 3,10,066 इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) का इस्तेमाल होगा।
पहले चरण के दौरान अंडमान व निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, मिजोरम, नगालैंड, मणिपुर और जम्मू एवं कश्मीर की एक-एक सीट पर मतदान होना है। अरूणाचल प्रदेश व मेघालय की दो-दो, असम की तीन, झारखंड की 6, उड़ीसा की 10, छत्तीसगढ़ की 11, महाराष्ट्र व बिहार की 13-13, उत्तर प्रदेश की 16, केरल की 20 और आंध्रप्रद्रेश की 22 सीटों पर भी पहले चरण में मतदान होगा।
निर्वाचन आयोग ने इन 124 संसदीय सीटों के 23,000 गांवों व तालुकाओं को संवेदनशील घोषित किया है। इस दौरान 9,00,000 कर्मचारियों को चुनावी ड्यूटी पर तैनात किया गया है।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में उत्तर प्रदेश की जिन 16 संसदीय सीटों पर मतदान होना है उन पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। सभी सीटों पर भारी मात्रा में केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवानों को तैनात किया गया है।
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक(कानून-व्यवस्था) बृजलाल ने बुधवार को लखनऊ में संवाददाताओं को बताया कि प्रदेश में निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव कराने के लिए 13 जिलों में होने वाले पहले चरण के चुनाव के तहत 95 कंपनी केंद्रीय सुरक्षा बलों(अर्धसैनिक बलों) की तैनाती की गई है।
लाल ने कहा कि चुनाव के दौरान सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल(सीआईएसएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) जैसे केंद्रीय सुरक्षा बलों की 95 कंपनी के अलावा 78 कंपनी पीएसी भी तैनात की गई है।
चुनाव आयोग के मुताबिक प्रथम चरण में प्रदेश की 16 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में दो करोड़ 49 लाख मतदाता 271 प्रत्याशियों के लिए मतदान करेंगे। यहां पुरुष मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 35 लाख और महिला मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 14 लाख है। मतदान के लिए इन क्षेत्रों में कुल 25 हजार 919 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। 16 संसदीय क्षेत्रों के लिए 32 हजार इलेक्टॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम ) का प्रयोग किया जाएगा।
राज्य में पहले चरण में आजमगढ़, बलिया, बांसगांव, चन्दौली, देवरिया, गाजीपुर, घोंसी, गोरखपुर, कुशीनगर, लालगंज, मछलीशहर, महाराजगंज, रार्बट्सगंज, मिर्जापुर, सलेमपुर और वाराणसी में मतदान होगा।
इस चरण में जिन नेताओं पर सबकी नजरें रहेंगी उनमें मुरली मनोहर जोशी, योगी आदित्यनाथ, मुख्तार अंसारी, राजेश मिश्रा के अलावा केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महावीर प्रसाद, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के अकबर अहमद डम्पी, बसपा के ही अफजाल अंसारी, बलिया से पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र एवं सपा प्रत्याशी नीरज शेखर और कुशीनगर से बसपा के प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश के सहकारिता मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य प्रमुख हैं।
उधर लोकसभा के लिए गुरुवार को होने वाले पहले चरण के मतदान से एक दिन पूर्व बुधवार तड़के नक्सलियों ने चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने के लिए बिहार और पड़ोसी राज्य झारखंड में मामूली अंतराल पर हमले किए।
हमले को देखते हुए गृह मंत्रालय ने मतदान शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए राज्य सरकारों से और पुख्ता सुरक्षा इंतजाम करने को कहा है।
नक्सलियों ने झारखंड के लातेहर जिले में सुरक्षाकर्मियों को ले जा रही बस को निशाना बनाते हुए बारुदी सुरंग विस्फोट किया, वहीं बिहार के रोहतास जिले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अस्थाई कैंप पर रॉकेट दागे।
मुंबई में गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने कहा, "चुनाव में बाधा डालने के लिए नक्सली हर संभव कोशिश कर रहे हैं।"
बिहार के अपर पुलिस महानिदेशक नीलमणि ने कहा कि रोहतासगढ़ पहाड़ी क्षेत्र में 2000 अतिरिक्त पुलिस जवानों को भेज दिया गया है तथा नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
दरअसल, सासाराम संसदीय क्षेत्र के करीब 35 मतदान केन्द्र कैमूर की पहाड़ी पर स्थित हैं। इनमें से 10 मतदान केन्द्र अति संवेदनशील हैं। इन मतदान केन्द्रों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से पिछले चुनाव तक पहाड़ी से नीचे ले आया जाता था। परंतु मतदान का प्रतिशत कम होने के कारण चुनाव आयोग ने इस बार के चुनाव के लिए पहाड़ी पर ही मतदान केंद्र बनाया है।
इस बीच निर्वाचन आयोग ने कहा कि वह दोनों राज्यों की स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है।
उप निर्वाचन आयुक्त आर. बालाकृष्णन ने नई दिल्ली में पत्रकारों से कहा, "निर्वाचन आयोग राष्ट्रीय व राज्य स्तरों पर बने नियंत्रण कक्ष के माध्यम से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की सुरक्षा स्थिति का जायजा ले रहा है।"
उन्होंने कहा, "कुछ क्षेत्रों में स्थानीय लोगों की सुविधा के अनुसार मतदान केंद्रों को बदला गया है।" नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदान सुबह सात बजे से अपराह्न तीन बजे तक होंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।