उप्र की 16 सीटों पर मतदान गुरुवार को, सुरक्षा बलों की भारी तैनाती (राउंडअप)
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक(कानून-व्यवस्था) बृजलाल ने बुधवार को लखनऊ में संवाददाताओं को बताया कि प्रदेश में निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव कराने के लिए 13 जिलों में होने वाले पहले चरण के चुनाव के तहत 95 कंपनी केंद्रीय सुरक्षा बलों(अर्धसैनिक बलों) की तैनाती की गई है।
लाल ने कहा कि चुनाव के दौरान सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल(सीआईएसएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) जैसे केंद्रीय सुरक्षा बलों की 95 कंपनी के अलावा 78 कंपनी पीएसी भी तैनात की गई है।
चुनाव आयोग के मुताबिक प्रथम चरण में प्रदेश की 16 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में दो करोड़ 49 लाख मतदाता 271 प्रत्याशियों के लिए मतदान करेंगे। यहां पुरुष मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 35 लाख और महिला मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 14 लाख है। मतदान के लिए इन क्षेत्रों में कुल 25 हजार 919 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। 16 संसदीय क्षेत्रों के लिए 32 हजार इलेक्टॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम ) का प्रयोग किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि सर्वाधिक 80 सांसदों को लोकसभा भेजने वाले इस राज्य में पांच चरणों में मतदान होना है। 23 अप्रैल को दूसरे चरण, 30 अप्रैल को तीसरे चरण, 5 मई को चौथे चरण और 13 मई को पांचवें चरण के लिए मतदान होना है।
राज्य में पहले चरण में आजमगढ़, बलिया, बांसगांव, चन्दौली, देवरिया, गाजीपुर, घोंसी, गोरखपुर, कुशीनगर, लालगंज, मछलीशहर, महाराजगंज, रार्बट्सगंज, मिर्जापुर, सलेमपुर और वाराणसी में मतदान होगा।
इस चरण में जिन नेताओं पर सबकी नजरें रहेंगी उनमें मुरली मनोहर जोशी, योगी आदित्यनाथ, मुख्तार अंसारी, राजेश मिश्रा के अलावा केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महावीर प्रसाद, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के अकबर अहमद डम्पी, बसपा के ही अफजाल अंसारी, बलिया से पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र एवं सपा प्रत्याशी नीरज शेखर और कुशीनगर से बसपा के प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश के सहकारिता मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य प्रमुख हैं।
इससे पहले मंगलवार शाम को चुनाव प्रचार समाप्त हो जाने के कारण इन संसदीय क्षेत्रों के प्रत्याशी और उनके समर्थकों ने बुधवार दिनभर पैदल घूम-घूमकर व्यक्तिगत सम्पर्क से ही मतदाताओं को रिझाने की कोशशि की।
चुनाव प्रचार चूंकि थम चुका था इसलिए गाड़ियों के काफिले और लाव लश्कर के साथ चुनाव प्रचार करना संभव नहीं था। ऐसे में उम्मीदवार और उनके समर्थकों ने घर-घर जाकर मतदाताओं को अपनी तरफ खींचने का प्रयास किया।
वाराणसी संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी के समर्थक बुधवार सुबह से शहर के अलग-अलग इलाकों में जाकर लोगों से मिल रहे हैं और उनसे जोशी को जिताने की अपील कर रहे थे।
पार्टी नेताओं के मुताबिक खुद जोशी दोपहर बाद शहर के कुछ इलाकों में गए जनसंपर्क किया। कांग्रेस उम्मीदवार राजेश मिश्रा और उनके समर्थक भी सुबह से ही जनसंपर्क कर रहे थे। जेल में बंद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रत्याशी मुख्तार अंसारी के समर्थक भी अपने नेता को जिताने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
वाराणसी से सटे गोरखपुर में भी कमोवेश यही स्थिति है। भाजपा के उम्मीदवार योगी आदित्यनाथ खुद अभी जनसम्पर्क के लिए नहीं निकले, लेकिन उनके समर्थक जिले के अलग-अलग इलाकों में लोगों से मिलकर उनको जिताने की अपील की। सपा के टिकट पर योगी को टक्कर दे रहे भोजपुरी गायक और नायक मनोज तिवारी भी बुधवार सुबह से ही जनसंपर्क कर रहे थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।