श्रीराम सेना का भारत-पाक संगोष्ठी में बाधा डालने का प्रयास (लीड-1)
श्रोताओं के बीच बैठे श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं ने इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (आईआईसी) में पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन किया।
संगोष्ठी का विषय था 'क्या मीडिया का अंधराष्ट्रवाद भारत-पाकिस्तान समस्या को बढ़ाता है?' इसका आयोजन फाउंडेशन ऑफ मीडिया प्रोफेशनल्स ने किया था। कुछ पाकिस्तानी पत्रकार भी सम्मेलन में हिस्सा ले रहे थे।
घटना की जिम्मेदारी लेते हुए सेना के राष्ट्रीय सचिव विनय कुमार सिंह ने आईएएनएस से कहा,"सभी कुछ पूर्व नियोजित था क्योंकि हम संगोष्ठी में बाधा डालना चाहते थे।" उन्होंने कहा कि सेना के करीब 30 सदस्य वहां उपस्थित थे।
सिंह ने कहा, "संगोष्ठी में वक्ता भारत के खिलाफ टिप्पणी कर रहे थे और हाल ही में लाहौर पुलिस अकादमी पर हुए हमले का संबंध भारत से जोड़ रहे थे। कोई इसे कैसे सुन सकता है। पाकिस्तान दुनिया के लिए एक समस्या बन गया है और इस समस्या का युद्ध ही एकमात्र हल है।"
वक्ताओं में प्रसिद्ध लेखिका अरुं धति राय, स्तंभकार स्वप्न दासगुप्त, इस्लामाबाद में 'द हिंदू' की संवाददाता निरुपमा सुब्रमण्यम और हिंदुस्तान टाइम्स के विदेश संपादक अमित बरुआ शामिल थे।
आईआईसी के एक सुरक्षाकर्मी ने बताया कि नारेबाजी और हंगामा करीब 15-20 मिनट चला। सुरक्षाकर्मियों और कुछ भारतीय पत्रकारों ने सेना कार्यकर्ताओं को बाहर निकाला। उसके बाद संगोष्ठी फिर आरंभ हुई।
पुलिस ने कहा कि अभी तक इस मामले में कोई भी आधिकारिक रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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