सुरक्षा एजेंसियों के बीच अब बेहतर समन्वय है: चिदंबरम
चिदंबरम ने यहां संवाददाताओं को बताया कि मुख्य रूप से केंद्रीय एंजेंसियों, राज्यों में उनके सहयोगियों और राज्य स्तर की स्थानीय एजेंसियों के बीच संपर्क का अभाव था।
चिदंबरम ने कहा, "अब हमने इन एजेंसियों की कार्यपद्धति में व्याप्त खामियों को दूर कर दिया है। इससे आतंकवाद, नक्सलवाद और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों के बारे में सूचनाओं का बेहतर आदान-प्रदान सुनिश्चित कराया जा सकेगा।"
नक्सली हिंसा का जिक्र करते हुए चिदंबरम ने कहा कि विद्रोही समूह चुनावी प्रक्रिया में व्यवधान पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
चिदंबरम ने कहा कि उन्होंने गृह मंत्रालय का कार्यभार संभालने था तो पांच महीनों के दौरान 12 राज्यों का दौरा किया था और इन राज्यों की एक सुरक्षा समीक्षा बैठक बुलाई थी।
एक सवाल के जवाब में चिदंबरम ने कहा कि भारत जैसे देश को चलाने के लिए एक उच्चस्तरीय प्रशासकीय क्षमता की जरूरत है और वह क्षमता मात्र कांग्रेस के ही पास है।
गृह मंत्री ने कहा, "कांग्रेस पार्टी के पास आर्थिक क्षेत्र की समस्या से निपटने की क्षमता है।"
उन्होंने कहा, "अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संकट से निपटने के लिए उच्च स्तर की योग्यता की जरूरत है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इसके साथ नहीं निपट सकती।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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