बच्ची को गोद लेने की मैडोना की उम्मीद अब भी कायम
वेबसाइट 'मिरर डॉट को डॉट यूके' के मुताबिक मैडोना ने कहा, "मैं उसे एक घर एक प्यार भरा घरेलू माहौल और बेहतरीन शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना चाहती हूं।"
मैडोना ने कहा कि हालांकि उन्हें सलाह दी गई है कि वह सार्वजनिक रूप से मर्सी को गोद लेने के बारे में चर्चा न करें लेकिन वह मलावी के लोगों और दुनिया भर के दोस्तों से इस संबंध में मिले समर्थन से अभीभूत हैं।
उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एसिमी चोंबो ने मैडोना की गोद लेने संबंधी याचिका खारिज कर दी थी कि क्योंकि कानूनन किसी बच्चे को गोद लेने के लिए मातापिता का 18 से 24 महीने तक मलावी का नागरिक होना जरूरी है।
उल्लेखनीय है कि मलावी सरकार उस समय विवादों में घिर गई थी जब वर्ष 2006 में डेविड बांडा को मैडोना द्वारा गोद लिए जाने के बाद आरोप लगे थे कि सरकार उन्हें विशेष सुविधा दे रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।