पहले चरण के मतदान के लिए थमा चुनाव प्रचार (राउंडअप)
पहले चरण में जिन केंद्रीय मंत्रियों के भविष्य का फैसला होना हैं उनमें लालू प्रसाद यादव, महावीर प्रसाद, मीरा कुमार, कांति सिंह, टी. सुब्बीरामी रेड्डी, रेणुका चौधरी और डी. पुरंदेश्वरी प्रमुख हैं।
पहले चरण में 14.31 करोड़ मतदाता 1715 उम्मीदवारों के चुनावी भविष्य का फैसला करेंगे। चुनाव मैदान में 122 महिला उम्मीदवार भी हैं। मतदान के लिए 3,10,066 इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) का इस्तेमाल होगा।
पहले चरण के दौरान अंडमान व निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, मिजोरम, नगालैंड, मणिपुर और जम्मू एवं कश्मीर की एक-एक सीट पर मतदान होना है। अरूणाचल प्रदेश व मेघालय की दो-दो, असम की तीन, झारखंड की 6, उड़ीसा की 10, छत्तीसगढ़ की 11, महाराष्ट्र व बिहार की 13-13, उत्तर प्रदेश की 16, केरल की 20 और आंध्रप्रद्रेश की 22 सीटों पर मतदान होगा।
पहले चरण के मतदान इन महत्वपूर्ण नेताओं के राजनीतिक भविष्य मतपेटी में बंद हो जाएगा। इनमें भाजपा के डा.मुरली मनोहर जोशी, बंडारू दत्तात्रेय, राजीव प्रताप रूडी और सांसद योगी आदित्यनाथ, तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के के. येरेन नायडू, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के के. चन्द्रशेखर राव, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के अकबर अहमद डम्पी, और जनता दल (युनाइटेड) के प्रभुनाथ सिंह प्रमुख हैं।
निर्वाचन आयोग ने 124 संसदीय सीटों के 23,000 गांवों व तालुकाओं को संवेदनशील घोषित किया है। इस दौरान 9,00,000 कर्मचारियों को चुनावी ड्यूटी पर तैनात किया गया है।
छत्तीसगढ़ में गुरुवार को होने वाले मतदान में नक्सलियों के गढ़ कहे जाने वाले बस्तर और कांकेर संसदीय क्षेत्र भी शामिल हैं। दोनों सीटों पर सुबह 7 बजे से 3 बजे तक मतदान कराया जाएगा।
दोनों संसदीय क्षेत्रों में 250 से अधिक चुनाव बूथों पर अधिकारियों को ले जाने के लिए पांच हेलीकाप्टरों को तैयार रखा गया है। राज्य की बाकी नौ सीटों पर सुबह 7 बजे से 4 बजे तक मतदान कराया जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।